लखीसराय : मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अब तक पूरी तरह से धरातल पर नहीं उतर पाया है. इस योजना के तहत मुखिया के पास लाखों रुपये की राशि बिना खर्च किये पड़ा है. अधिकारियों को इस योजना से पंचायत के विकास कराने में पसीना छूट रहा है. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत मुखिया द्वारा पांच से छह वार्डों में हर घर नल का जल व पक्की सड़क का निर्माण कराया जाना है. मुखिया एवं वार्ड सदस्य की आपसी सामंजस्यता नहीं होने के कारण कई पंचायत में योजना धरातल पर नहीं उतर सका है.
लखीसराय प्रखंड के गढ़ी विशनपुर,मोरमा, बालगुदर,अमहरा, खगौर, सूर्यगढ़ा के चंदनपुरा , सूर्यपुरा, अरमा, चानन के खुटुकपार , महेशलेटा सहित अन्य कई पंचायतों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना धरातल पर दूर दूर तक नहीं दिखाई दे रहा है. हलसी, सूर्यगढ़ा एवं चानन प्रखंड के इक्का दुक्का पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत कार्य किया जा रहा है. मुखिया स्पष्ट रूप से कहता है कि राशि उनके मद में दिया जाता है तो फिर वे वार्ड सदस्य को विकास कार्य करने के लिये क्यों दें. हालांकि यह मामला न्यायालय में एक वर्ष से अटका पड़ा है. कुछ मुखिया न्यायालय का फैसला आने का इंतजार कर रहे हैं.