14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार : टोले-मोहल्ले की सड़कें होंगी पक्की, हर जिले में खुलेगा इंजीनियरिंग कॉलेज : नीतीश

लखीसराय : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को जिले के हलसी प्रखंड के आगत गांव में सात निश्चय योजना के तहत विकास योजनाओं की समीक्षा की. कृषि विज्ञान केंद्र के मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सात निश्चय योजना के तहत बिहार के हर गांव पक्कीकरण, नल नालियों से जुड़ रहा […]

लखीसराय : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को जिले के हलसी प्रखंड के आगत गांव में सात निश्चय योजना के तहत विकास योजनाओं की समीक्षा की. कृषि विज्ञान केंद्र के मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सात निश्चय योजना के तहत बिहार के हर गांव पक्कीकरण, नल नालियों से जुड़ रहा है.
अब टोलों मुहल्लों के भी पक्कीकरण, नल नालियों से जोड़े जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल जल, बिजली, शौचालय 2020 तक पूरा हो जायेगा. साथ ही हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, अनुमंडल में आईटीआई प्रशिक्षण केंद्र, एएनएम प्रशिक्षण केंद्र खुलेगा. यह सात निश्चय में है. उन्होंने कहा कि आठ साल पहले विकास यात्रा-2009 में इसी स्थान पर रात्रि विश्राम किया था. उस दौरान लोगों की मांग बिजली-सड़क थी.
जब लखीसराय का विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा बन रहा था, तो मैंने कार्यक्रम को हलसी में ही बनाने की बात कही. इतने साल में सड़क और बिजली में अमूलचूल परिवर्तन देखा. आज 94 करोड़ का शिलान्यास और उद‍्घाटन किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिलान्यास तो कराये हैं, लेकिन समय सीमा के अंदर काम पूरा करें
.
समय सीमा के अंदर नहीं होता है, तो बड़ा कष्ट होता है.
सीएम ने कहा कि वर्ष 2009 में ग्रामीणों ने जो मांग की थी, वह पूरी हो गयी, लेकिन स्टेडियम नहीं बना, इसके लिए अधिकारियों से पूछा गया तो जमीन कृषि विभाग को होना बताया गया.
जब तक कला एवं संस्कृति विभाग को मंत्रिमंडल से स्थानांतरित नहीं होगा तब तक स्टेडियम का निर्माण नहीं हो सकता है. इस पर उन्होंने अब तक नहीं बताने के लिए फटकार लगायी. मंच पर कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार को खड़ा कर कहा कि जमीन को कला एवं संस्कृति विभाग को हस्तांतरित कर मंत्रिमंडल को भेजें. वे अनुमोदन करेंगे.
लखीसराय भी विक्रमशिला व राजगीर की तरह होगा विकसित : सीएम
मुख्यमंत्री वे कहा कि लखीसराय को बोधगया, विक्रमशिला व राजगीर की तरह ऐतिहासिक स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा. यह बौद्ध विहार था. इसका नाम कृमिला था. कृमिला बौद्ध के परम शिष्य थे, जिनके के नाम पर ही लखीसराय का पूर्व नाम कृमिला पड़ा था. जिसका क्षेत्रफल 72 वर्ग किलोमीटर में फैला है. उन्होंने कहा कि लाली पहाड़ी पर पुरातत्व की खुदाई पर नालंदा व विक्रमशिला की तर्ज पर बौद्ध भिक्षु का कक्ष मिल रहा है.
अभी तक 9 बौद्ध भिक्षु कक्ष रेखांकित हो पाये हैं. खुदाई चालू हैं खुदाई के बाद लखीसराय बौद्ध सर्किट से जुड़ जायेगा. सूर्यगढ़ा विधायक प्रह्लाद यादव द्वारा अपने भाषण में घोसी कुंडी पर कहा गया था कि वहां कोई प्रमाणित इतिहास नहीं है. वहां इंजीनियरिंग कॉलेज खोला जाना चाहिए. पर सीएम ने कहा कि घोसी कुंडी भी इसी क्षेत्रफल में आता है.
इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए दूसरा स्थान खोजा जायेगा. 9 जनवरी को प्रमंडलीय पदाधिकारियों के समीक्षा बैठक में जिला पदाधिकारी को जगह खोज कर लाने का निर्देश दिया गया. इससे पूर्व सीएम के कृषि विज्ञान केंद्र स्थित सभा मंच पर पहुंचने पर एसडीओ मुरली प्रसाद सिंह द्वारा लाली पहाड़ी पर खुदाई में मिले बौद्ध भिक्षुओं के कक्ष व अन्य सामग्रियों का फोटोग्राफ लगे एलबम सौंपा गया. इसे सीएम ने उत्सुकता से देखा और आश्चर्य व्यक्त किया.
किसान को नुकसान न पहुंचे
सीएम ने कहा कि 76 प्रतिशत किसान कृषि पर आधारित हैं. तीसरा रोड मैप में जैविक खेती, फल, साग सब्जियों को सहकारिता के माध्यम से किसानों को जोड़ा है. इससे किसानों को नुकसान नहीं पहुंचे. साथ ही सब्सिडी का प्रावधान रखा है. सीएम ने बताया कि बिहार पहला राज्य है जहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत, दारोगा बहाली में 35 प्रतिशत महिला को आरक्षण दिया गया. बेरोजगार युवक को नौकरी तलाशने के लिए दो वर्ष तक 1 हजार रुपये मासिक भत्ता और पढ़ने वाले युवक को 4 लाख का ग्रीन कार्ड दिया जा रहा है.
साथ ही सभी प्रखंडों में कौशल विकास केंद्र खोल कर युवकों को कंप्यूटर, अंग्रेजी बोलने, भाषा व्यवहार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उन्होंने सबों के साथ न्याय के साथ विकास करने की बात कही. गांव, युवक, किसान, महिला के विकास के बाद समाज में फैली कुरीतियां शराब को महिलाओं के कहने पर बंद कराया. फिर महिला के कहने पर दहेज प्रथा उन्मूलन एवं बाल विवाह रोकथाम का अभियान चलाया है. ऐसे दोनों के लिए कानून था.
इसकी शुरुआत गांधी जी के जन्म दिन 2 अक्तूबर से की गयी. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कानून तो बना दिया गया, लेकिन जब तक सामाजिक जागृति पैदा नहीं होगी, समाज से यह कुरीति समाप्त नहीं होगी. शराबबंदी को सख्ती से पालन के लिए अलग से पुलिस महानिदेशक पद सृजित करने की बात कही. इससे उत्पाद और पुलिस पर निगरानी रखेंगे.
उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से हाथ उठवा कर कहा कि सामाजिक कुरीतियां मिटाने में 21 जनवरी, 2018 को बाल विवाह व दहेज प्रथा उन्मूलन पर मानव शृंखला में साथ देंगे, तो सभी ने हाथ उठा कर हां-हां कहा और शराबबंदी के समय जो संकल्प लिया था वहीं संकल्प लेने की आवश्यकता जतायी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें