किशनगंज : उर्दू निदेशालय पटना के निर्देशानुसार गुरुवार को फरोग ए उर्दू सेमिनार एवं मुशायरा कार्यक्रम के प्रथम चरण में ग्रामीण विकास विभाग के रचना भवन में सेमिनार का आयोजन किया गया़ सांसद मौलाना असरारूल हक कासमी, जदयू विधायक मास्टर मुजाहिद आलम, जिप उपाध्यक्ष कमरूल होदा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया़ मौके पर सांसद श्री कासमी ने उर्दू भाषा को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि उर्दू को बढ़ावा मिले यह हम सबकी जिम्मेवारी होनी चाहिए़ हमें अपने बच्चों को अन्य सभी आधुनिक शिक्षा के साथ साथ उर्दू की शिक्षा प्रदान करें. जदयू विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने कहा कि उर्दू भाषा को सजाने संवारने में सिर्फ मुसलिम समुदाय ही नहीं गैर मुसलिम लोगों ने भी मेहनत की है.
उन्होंने इस संदर्भ में कन्हैया लाल कपूर, रघुपति सहाय, फेराक गोरखपुरी, आनंद नारायण, टीकाराम का जिक्र करते हुए कहा कि इन लोगों ने उर्दू भाषा पर कई सटीक किताब व कविता लिखी है. उन्होंने कहा कि भाषा किसी मजहब का नहीं बल्कि भारतीयों की भाषा है. श्री आलम ने कहा कि उर्दू भाषा हमें विरासत में मिली है और सबका सामूहिक दायित्व है कि विरासत में मिली संस्कृति संस्कार को और मजबूती प्रदान करें. जिप उपाध्यक्ष कमरुल होदा ने कहा कि इस इलाके में लोग अधिकतर सुरजापुरी भाषा का प्रयोग करते है. उन्होंने कहा कि उर्दू भारत की द्वितीय राष्ट्रभाषा है. इसका कद्र करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेवारी है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरीय उपसमाहर्ता रामाशंकर ने कहा कि मौके पर छह विद्यालयों में चित्रकला,
निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है एवं सर्वश्रेष्ठ तीन प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम में लोगों का भी अनावरण किया गया. कार्यक्रम में विधायक डा जावेद आजाद, मुजाहिद आलम, जदयू प्रदेश कार्य समिति सदस्य प्रो बुलंद अख्तर हाशमी, जिप उपाध्यक्ष कमरुल होदा, वरीय उपसमाहर्ता हिरामुनी प्रभाकर, रामाशंकर, जिला कल्याण पदाधिकारी विनोद प्रसाद, जाहिदुर्रहमान, प्रखंड प्रमुख सहित कई उर्दू के कई बनने वाले जिले के कई बुद्धिजीवी ने भी संबोधित किया. संध्या काल में स्थानीय टाउन हॉल में इसी कार्यक्रम के तहत मुशायरे का आयोजन किया गया़ मंच संचालन वरीय पत्रकार अली रेजा सिद्दिकी ने किया.