किशनगंज : त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों को कई अधिकार प्राप्त है. प्रखंड परिसर में आज हुई पंचायत समिति की बैठक की जानकारी न होना या पंचायत समिति सदस्यों को बैठक में नहीं बुलाना कई सवाल खड़े कर रहा है. ये बातें प्रखंड प्रमुख ताबे खातुन ने कही. उन्होंने बताया कि आज मनरेगा अंतर्गत वितीय वर्ष 17-18 में वार्षिक कार्य योजना की अनुमोदन की पंचायत समिति की बैठक थी लेकिन बैठक के संबंध में न तो प्रखंड प्रमुख, उपप्रमुख और न ही किसी भी पंचायत समिति सदस्यों को कोई लिखित जानकारी दी गयी थी. बैठक संपन्न भी हो गयी और योजना का अनुमोदन भी हो गया.
ऐसे कैसे संभव हो सकता है. उन्होंने बताया कि यह जनप्रतिनिधियों का घोर अपमान है. प्रेसवार्ता में प्रमुख प्रतिनिधि असलम रजा ने बताया कि इस बात को लेकर सभी पंचायत समिति सदस्यों में आक्रोश है और इस संबंध में प्रखंड प्रमुख के नेतृत्व में पंचायत समिति सदस्यों का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिल कर उनको ज्ञापन भी सौंपेगा. उन्होंने बताया कि मनरेगा को लेकर वार्षिक कार्य योजना के अनुमोदन हेतु बैठक काफी महत्वपूर्ण होती है और पंचायत समिति बैठक में अपने क्षेत्र के बारे में विस्तार से जानकारी देते है जो बैठक में अनुपस्थित रहे तो बैठक कैसे पूर्ण हो सकती है. उन्होंने बताया कि उन लोगों को ग्राम सभा की भी लिखित जानकारी नहीं मिल पाती है.