कहा, गलत बिल भेजनेवाली कंपनियों पर क्यों नहीं हुई कार्रवाई
45 मिनट तक रुके, काम के तौर-तरीकों को देखा
किशनगंज : निश्चय यात्रा के तीसरे चरण के दूसरे दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किशनगंज पहुंचे. सीएम बुधवार की रात जिला अतिथि गृह पहुंच गये थे. गुरुवार दिन भर कार्यक्रमों में व्यस्त रहे. सबसे पहले सीएम हेलीकॉप्टर से ठाकुरगंज प्रखंड के चुरली पंचायत पहुंचे. यहां उन्होंने आइटीआइ कॉलेज भवन का उद्घाटन किया और पॉलिटेक्निक कॉलेज के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया. इसके बाद सीएम हेलीकॉप्टर से किशनगंज हवाई अड्डा से अतिथिगृह पहुंचे.
गुरुवार की सुबह से ही सीएम की एक झलक पाने के लिए महागंठबंधन नेताओं के अलावा आम लोगों की संख्या जिला अतिथि गृह के मुख्य द्वार पर बढ़ने लगी. यहां सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद पुलिस बल श्री कुमार के बाहर आने के इंतजार में चौकसी बरतते रहे. इसके बाद सीएम रुईधासा मैदान पहुंचे. वहां आयोजित चेतना सभा को संबोधित किया. इसके बाद शाम में अधिकारियों के साथ बैठक कर कई दिशा-निर्देश दिये.
ठाकुरगंज से लौटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाहरणालय परिसर स्थित जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय पहुंचे. सीएम ने कार्यालय का निरीक्षण एवं कार्यों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने इस दौरान जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी यशस्पति मिश्र द्वारा दिघलबैंक के हाड़ीभिट्ठा निवासी अकालू लाल हरिजन के मामले की सुनवाई को देखा. सुनवाई के पश्चात हुए निर्णय के बाद सीएम ने अकालू से पूछा कि क्या आप निर्णय से संतुष्ट हैं. अकालू ने कहा कि हजूर इस निर्णय से मैं बहुत खुश हूं. दरअसल, विद्युत विभाग द्वारा अकालू को एक साथ 28893 रुपये का बिल विपत्र भेजा गया था.
सुनवाई के बाद बिल की राशि 876 रुपये निर्धारित की गयी. वहां मौजूद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि गलत बिल विपत्र भेजने वाली कंपनी के खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई की गयी. एक अन्य मामले में डुमरिया निवासी दिलीप कुमार ने कहा कि जनवरी माह से आज तक उन्हें विद्युत बिल विपत्र नहीं मिला है. शिकायत निवारण पदाधिकारी ने मौजूद विद्युत कार्यपालक अभियंता से पूछा कि अब तक इन्हें बिल विपत्र क्यों नहीं दिया गया? इस पर कार्यपालक अभियंता ने कहा कि दिलीप कुमार द्वारा अग्रिम राशि जमा किये जाने के कारण उस राशि के समंजन के बाद ही उन्हें बिल विपत्र भेजा जाना था. इस मौके प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.