नकली शैक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर िनयोजित होने वाले दो और शिक्षकों का मामला सामने आया है.
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फर्जी थे सर्टिफिकेट कार्रवाई. पटना में दो शिक्षकों पर दर्ज करायी गयी प्राथमिकी
नकली शैक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर िनयोजित होने वाले दो और शिक्षकों का मामला सामने आया है. किशनगंज : नकली शैक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर नियोजित होने वाले अन्य दो शिक्षकों का मामला फिर प्रकाश में आया है. ताजा मामले में जिन दो फर्जी शिक्षकों का नाम सामने आया है उसमें नगर शिक्षक […]
किशनगंज : नकली शैक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर नियोजित होने वाले अन्य दो शिक्षकों का मामला फिर प्रकाश में आया है. ताजा मामले में जिन दो फर्जी शिक्षकों का नाम सामने आया है उसमें नगर शिक्षक के रूप में नियोजित शहर के धरमगंज में स्थित सरदार गोपाल सिंह मध्य विद्यालय में पदस्थापित गोपाल कुमार एवं प्रखंड शिक्षक के रूप में नियोजित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सालकी में पदस्थापित शिक्षक नीरज कुमार के नाम शामिल है़ं
निगरानी विभाग ने दोनों शिक्षकों का फर्जीवाड़ा पकड़ने के बाद दोनों के विरुद्ध पटना में प्राथमिकी दर्ज करायी है़ प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों शिक्षकों ने नियोजन के लिए बीएड का सर्टिफिकेट दिया था वह सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया. निगरानी ने दोनों शिक्षकों के बीएड के सर्टिफिकेट के संबंध में संबंधित विश्वविद्यालय से सत्यापन कराया तो विश्व विद्यालय ने दोनों के बीएड सर्टिफिकेट को फर्जी बताया है़
ज्ञात हो कि जिले के नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच के लिए कुल 5628 शिक्षकों में से 5603 शिक्षकों का फोल्डर निगरानी को सौंपा है़ जबकि उच्च विद्यालय द्वारा फर्जी शिक्षकों द्वारा स्वयं त्याग पत्र देने पर क्षमादान देने की बात पर 122 फर्जी शिक्षकों ने स्वेच्छा से त्याग पत्र दे दिया था़ इसके बाद 5603 नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच निगरानी कर रही है़ जांच में जिन शिक्षकों का सर्टिफिकेट फर्जी पाया जा रहा है निगरानी विभाग द्वारा क्रमवार उनके विरूद्ध पटना में ही प्राथमिकी दर्ज करा रही है़ सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार निगरानी के जांच में और भी कई शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी पाये गये और जांच प्रक्रिया जारी है़ आगामी कई दिनों में और भी कई फर्जी शिक्षकों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज हो सकती है़ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किशनगंज जिले में ऐसे कई शिक्षक कार्यरत है जिनके पास विभिन्न प्रकार की समकक्ष डिग्री जिसका आवश्यकता अनुसार बेजा इस्तेमाल कर ऐसे शिक्षकों ने अपना नियोजन करवाया है.
क्या कहते हैं डीइओ
डीइओ ग्यासुद्दीन ने कहा कि निगरानी विभाग जांच कर रही है फरजी सर्टिफिकेट पाये जाने पर विधि सम्मत की जायेगी.
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