ठाकुरगंज(किशनगंज) : बाल विकास परियोजना कार्यालय से सूचना मांगना टेढ़ी खीर बनता जा रहा है. एक तो महीनों तक सूचना नहीं उपलब्ध करवाना, यदि महीनों बाद भी सूचना दी जाये तो मांगी गयी सूचना उपलब्ध नहीं करवाना विभाग की आदत में शुमार में हो गया है. गौरतलब है कि 26 नवंबर 2015 को बाल विकास परियोजना कार्यालय से यह सवाल पूछा गया था कि प्रखंड के 22 पंचायतों में अवस्थित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों से पिछले दो वित्तीय वर्ष 2014-15 एवं 15-16 के दौरान निकटवर्ती स्कूलों में नामांकित करवाये गये बच्चों की सूची उपलब्ध करवायी गयी.
समय सीमा बीतने पर भी जब जवाब नहीं मिला तो अपीलीय प्राधिकार के पास गुहार लगायी गयी. जहां से 28 फरवरी तक सूचना उपलब्ध करवाने को कहा गया. अब अपीलीय प्राधिकार के आदेश के बाद सीडीपीओ कार्यालय की नींद तो टूटी परंतु प्रखंड में संचालित लगभग 280 आंगनबाड़ी केंद्रों के बदले मात्र 21 आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची अप्रैल माह में उपलब्ध करवायी गयी. इस पूरे मामले में सबसे मजेदार तथ्य यह है कि जो सूची उपलब्ध करवायी गयी उसमें मांगी गयी जानकारी 21 केंद्रों में से मात्र 4 केेंद्रों द्वारा की उपलब्ध करवायी गयी. और अपीलीय प्राधिकार द्वारा 28 फरवरी तक सूचना उपलब्ध करवाने के आदेश को देखते हुए सीडीपीओ ने हस्ताक्षर तो 25 फरवरी कोकर दिया परंतु पोस्ट 1 अप्रैल 16 को को किया गया.
यानी इसमें भी वरीय पदाधिकारियों को अंधेरे में रखने का प्रयास परियोजना कार्यालय द्वारा किया है कि 4 माह बीतने के बावजूद आवेदकों को सूचना देने के नाम पर कोरम पूरा किया जा रहा है. बताते चले मांगी गयी सूचना हर आंगनबाड़ी केंद्रों के रजिस्टरमें दर्ज रहती है इसे केवल जिरॉक्स करके उपलब्ध करवाना होता.परंतु इसमें भी आनाकानी प्रखंड के आंगनबाड़ी