वैसे किसानों पर कानूनी कार्रवाई की दिशा में प्रशासन ने ठोस कदम उठाते हुए यहां के पुलिस थाने में फर्जीवाड़ा से संबंधित प्राथमिकी दर्ज करवाने का आदेश दिया है. अनुमंडल पदाधिकारी महेश कुमार दास ने बताया कि भाटाबाड़ी के जमील अख्तर पिता मुंशी ग्यासुद्दीन, बांसबाड़ी के जाहिद आलम पिता शफीक आलम, बैसा के प्रणय सिन्हा पिता नागेंद्र नारायण सिन्हा, डोहर के सलीम असलम पिता अतुफत हुसैन व पलासमनी हबीबुर्रहमान पिता हसन अली की तरफ से फर्जीवाड़े किये जाने का खुलासा हो पाया है. अभी जांच में और किसान सामने आ सकते हैं. जिस पर कार्रवाई तय है.
किसानों ने बीते 30 मार्च के भारी बारिश व ओलावृष्टि के दौरान कथित रूप से रबी फसल नुकसान होने का साजिश रचा एवं खेती किये बिना ही फर्जी तरीके से फसल क्षति के मुआवजे हेतु आवेदन दे डाला. एसडीओ श्री दास के अनुसार स्थल जांच पड़ताल के दौरान कहीं कहीं तथ्य उभर कर सामने आया कि अभी उनके खेत में मक्का की फसल लहलहा रही है. ऐसी परिस्थिति में उस दौरान रबी फसल की क्षति होने व बदले में सरकारी मुआवजा की बातें समझ से परे है. मौके पर बीडीओ शशि भूषण सुमन, सीओ अमर राय भी थे.