दिघलबैंक (किशनगंज): भारत नेपाल सीमा क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली जन समस्याओं के मद्देनजर एसएसबी 12वीं वाहिनी की ए कंपनी सिंघिमारी द्वारा बुद्धिजीवी ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की. उत्क्रमित मध्य विद्यालय पलसा में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता कंपनी प्रभारी इंस्पेक्टर एफ मारदी ने की.
बैठक में उपस्थित आम लोगों ने आये दिन सामने आने वाली विभिन्न समस्याओं को रखा. इंस्पेक्टर श्री मारदी ने उपस्थित लोगों को देश के मौजूदा हालात के बारे में बताया. कहा देश में लगातार आतंकवादी हमले हो रहे है. आतंकवादियों का नेटवर्क इधर भी हो सकता है. हम अपनी ओर से पूरी चौकसी बरत रहे हैं. अगर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा मदद मिले तो हम इस पर पूरी तरह अंकुश लगा सकेंगे. सीमा क्षेत्र में आये दिन रासायनिक खाद की कालाबाजारी की सूचना मिलती रहती है.
हमारे लाख कोशिशों के बावजूद तस्कर हर दिन नये विकल्प ढ़ुंढ़ कर खाद की तस्करी को अंजाम देते हैं. जिसमें परेशानी स्थानीय किसानों को होती है. मानव व्यापार से जुड़े कुछ लोग यहां की भोली भाली महिलाओं को प्रेम प्रसंग या अधिक कमाई का प्रलोभन देकर बाहर ले जाते हैं और बाहर ले जाकर मानव व्यापार मंडी में बेच देते हैं. जाली नोट के कारोबारी सीमा क्षेत्र के रास्ते आकर हमारे देश की अर्थ व्यवस्था को कमजोर बनाना चाहते है. अगर आप लोगों को किसी भी तरह की जानकारी मिलती है या कुछ नये लोग जो आपके गांव में आते है और उनका हाव-भाव ठीक नहीं लगता है तो हमें खबर करें. आपकी पहचान को गोपनीय रख कर वैसे लोगों पर कार्रवाई की जायेगी.
इंस्पेक्टर श्री मारदी ने लोगों को भारत सरकार की महत्वपूर्ण जन धन योजना के बारे में विस्तार से बताया एवं लोगों को बैंक में खाता खुलवा कर इस योजना से जुड़ने की अपील की. अपने देश की सुरक्षा में सबों की बराबर की भागीदारी है. इसके अलावे जनहित के कार्यो को एसएसबी हमेशा करते आयी है और आगे भी करते रहेगी. बैठक में सिंघिमारी पंचायत के मुखिया मरांग बेसरा, समिति सदस्य बद्री प्रसाद सिंह, गणोश मुमरू, नारायण हांसदा, एसएसबी जवान धमेंद्र कुमार सिंह, अभिजीत कुमार, मुकेश कुमार सिंह, चाकले अशोक सहित पलसा, डाकुपाड़ा, बलुवाडांगी गांव के सैकड़ों लोग उपस्थित थे.