किशनगंज : मौसम में ठंडक, हवा में नमी लोगों पर भारी पड़ रही है. जुकाम, बुखार होना आम है. इसके साथ साइनस और भी तकलीफदेय हो गया है. मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. यही नहीं पॉलिप और सेप्टम की समस्या से भी परेशानी हो रही है. इसके चलते एमजीएम मेडिकल कॉलेज के नाक, कान,
गला विभाग की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. एमजीएम मेडिकल कॉलेज के नाक, कान, गला विभाग में पहले की अपेक्षा 35 से 55 प्रतिशत मरीजों में इजाफा हुआ है. इसमें अधिकतर साइनस की समस्या से ग्रसित हैं.
हृदय एवं छाती रोग विशेषज्ञ डॉ शिव कुमार बताते हैं साइनस के मरीजों की दिक्कत ठंड में काफी बढ़ जाती है. चेहरे की हड्डियों के रिक्त स्थान को साइनस कहते हैं. यह नेक्जलरी, फ्रंटल, एथेनोएड व स्टेनोएड होते हैं. इनमें एलर्जी, बैक्टीरियल एलर्जी व फंगल की समस्या हो जाती है.
धुंध व कोहरे की वजह से धूल-धुआं के ऊपर न जा पाने से वातावरण में इनके बने रहने से साइनस के मरीजों को अधिक दिक्कत होती है. उन्होंने बताया कि साइनस के मरीज एलर्जी वाले कारकों से बचाव करें. साथ ही नाक बंद होना, नाक का बहना, बार-बार जुकाम होना, बुखार बना रहना, सिर में दर्द, गले में दर्द व खराश, चेहरे पर सूजन व छाती में संक्रमण यानी की खासी या बलगम आने जैसे लक्षण महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें. साथ ही शरीर को ठंड से बचायें.
कक्षा आठ तक के बच्चों की पढ़ाई छह जनवरी तक स्थगित
कंपकंपाती ठंड व शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों, मदरसों में कक्षा एक से आठ तक के बच्चों का शिक्षण कार्य शनिवार छह जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया है़ इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ प्रसाद ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि इस दौरान शिक्षक शिक्षिकाएं विद्यालय में कार्य समय के दौरान बने रहेंगे और अन्यान्य कार्यों का संपादन करेंगे़