किशनगंज : किशनगंज-बहादुरगंज रोड पर मौजाबाड़ी व ब्लॉक चौक के बीच साढ़े सात करोड़ की लागत से आरसीसी पुल की स्वीकृति मिलने से स्थानीय लोगों में विरोध बढ़ने लगा है. पुल निर्माण रद्द नहीं करने को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन तक करने की चेतावनी भी दी. इसी मुद्दे को ले गुरुवार को ग्रामीणों के साथ कई पंचायत के मुखिया, सरपंच व गणमान्य लोगों ने चकला पंचायत सरकार भवन में बैठक कर आंदोलन की रूप रेखा तैयार की. बैठक में मौजूद लोगों ने एक स्वर में पुल निर्माण का विरोध करते हुए किशनगंज डीएम, जल संसाधन विभाग व पुल निर्माण विभाग को पत्र लिखकर रोक लगाने की बात कही.
चकला पंचायत के मुखिया तनवीर आलम,महीनगांव पंचायत के मुखिया व दलित सेना के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पासवान ने बताया कि मौजाबाड़ी महानंदा ब्रिज व ब्लॉक चौक के बीच बाढ़ से ध्वस्त सड़क पर आरसीसी पुल बनाए जाने से किशनगंज प्रखंड मुख्यालय, अंचल कार्यालय, मिलिया इंजीनियरिंग कॉलेज, स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र, प्रस्ताविक एएमयू की जमीन व चकला, महीनगांव, दौला एवं पिछला पंचायत के करीब 90 हजार की आबादी पूरी तरह प्रभावित कर महानंदा नदी के धार भविष्य में उलट सकता है. उक्त स्थल पर सड़क व बांध निर्माण कराने की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि पथ निर्माण विभाग किशनगंज द्वारा भेरियाडांगी ब्लॉक चौक के निकट सात करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से पुल निर्माण हेतु स्वीकृति मिली है. पुल भविष्य में क्षेत्र के सैकड़ों परिवारों के लिए घातक साबित होगा. ग्रामीणों ने उक्त पुल निर्माण को रद्द कर उक्त राशि से मौजाबाड़ी से आंधवाकोल, छहघरिया गांव तक निर्मित बांध की मरम्मत एवं छहघरिया से सालकी,टेंगरमारी होते हुए बेलवा डोक नदी तक बांध निर्माण कराने की मांग की. मौके पर दौला पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मोहम्मद तस्लीम अहमद, महीनगांव सरपंच लक्ष्मी राम चकला पंचायत के पूर्व मुखिया शमशुल हुदा, पूर्व मुखिया जुनैद आलम,असरारुल हक,उप मुखिया मेराज आलम वार्ड सदस्य मोहम्मद नाजिम, मंजूर अली, निहाल अख्तर ,नूर इस्लाम, मुजम्मिल हक आदि दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे.