बिहार सरकार शिक्षकों के प्रति गंभीर नहीं है. मांगें पूरी नहीं होने तक संघर्ष जारी रहने का संकल्प लिया.
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शिक्षकों ने दिया धरना मांग . समान काम समान वेतन संबोधित करते वक्ता
बिहार सरकार शिक्षकों के प्रति गंभीर नहीं है. मांगें पूरी नहीं होने तक संघर्ष जारी रहने का संकल्प लिया. खगड़िया : टीईटी/एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों द्वारा सात सूत्री मांगों के समर्थन में शनिवार को समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया. धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षक हरिमोहन प्रसाद निराला ने की. धरना में शामिल शिक्षकों द्वारा […]
खगड़िया : टीईटी/एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों द्वारा सात सूत्री मांगों के समर्थन में शनिवार को समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया. धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षक हरिमोहन प्रसाद निराला ने की. धरना में शामिल शिक्षकों द्वारा सरकार विरोधी नारे लगाये गये. मौके पर उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए श्री निराला ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय सरकारी सेवकों को समान काम के लिए समान वेतन लागू करने का आदेश पारित किया है. लेकिन बिहार सरकार शिक्षकों के प्रति गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा मांगे पूरी नहीं होने तक संघर्ष जारी रहेगा.
क्या है मांग
जिलाध्यक्ष ने कहा कि सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों को ग्रेड पे का लाभ देने, अप्रशिक्षित शिक्षकों को एक साथ प्रशिक्षण की तत्काल व्यवस्था करने, बीएडधारी शिक्षक को प्रशिक्षित मानते हुए छ: माह का अविलंब संबर्धन कोष कराया जाय, सरकार की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रतिबद्धता के लिए समायोजित, नियोजित शिक्षकों को वरीयता के आधार पर कोटी का निर्धारण किया जाय. जिले के उर्दू बहाल शिक्षकों को अविलंब वेतन भुगतान किये जाने सहित सात सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी जय सिंह को सौंपा. मौके पर संघ के महासचिव सौरभ कुमार, रवि कुमार, हरिशंकर ठाकुर, अमित कुमार, भूषण कुमार, परमानन्द भारती, नीरज कुमार, मो शहाबउद्दीन, अफताब आलम, डब्ल्यू कुमार, ऋषि आलोक, प्रणव प्रसून, रतन कुमार आदि मौजूद थे.
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