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कल से शुरू होगी धान की खरीद आदेश . कर्मियों के स्थानांतरण पर रोक, छुट्टी भी रद्द

वर्ष 16-17 में किसानों से होने वाले धान की खरीदारी को लेकर जिला स्तर से भी कई आदेश जारी किये गये. कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए मोनिटरिंग व निगरानी के लिए डीएम ने कई पदाधिकारियों को कार्य में लगाया है. खगड़िया : धान की खरीदारी से लेकर उसकी कुटाई तक के लिए समय सीमा […]

वर्ष 16-17 में किसानों से होने वाले धान की खरीदारी को लेकर जिला स्तर से भी कई आदेश जारी किये गये. कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए मोनिटरिंग व निगरानी के लिए डीएम ने कई पदाधिकारियों को कार्य में लगाया है.

खगड़िया : धान की खरीदारी से लेकर उसकी कुटाई तक के लिए समय सीमा निर्धारित की जा चुकी है. एक दिसंबर से 31 मार्च 2017 तक जहां किसानों से धान खरीदे जायेंगे. वहीं 31 जुलाई तक खरीदे गयी धान की कुटाई करने का आदेश जारी किया गया है. क्रय एजेंसी को खरीदे गये धान को संबंधित राइस मिलों के पास भेजने को कहा गया है, जबकि राइस मिलों को भी 31 जुलाई तक हर हाल में धान में कुटाई कर चावल को वापस करने का आदेश दिया गया है. उल्लेखनीय है कि इस वर्ष धान का समर्थन मूल्य 1510 रुपये प्रति क्विंटल (अच्छा धान) व 1470 रुपये प्रति क्विंटल (समान्य धान) निर्धारित है.
वर्ष 16-17 में किसानों से होने वाले धान की खरीदारी को लेकर जिला स्तर से भी कई आवश्यक व महत्वपूर्ण आदेश जारी किये गये. धान की खरीदारी में कोई गड़बरी न हो इसके लिए संपूर्ण कार्य की मोनिटरिंग व निगरानी के लिए डीएम जय सिंह ने कई पदाधिकारियों को धान खरीदारी कार्य में लगाया है. एसएफसी को पूरी खरीदारी के लिए राज्य स्तर से ही नोडल एजेंसी नामित किया जा चुका है. वहीं जिला स्तर से डीएम ने एडीएम को पूरे जिले में होने वाले धान की खरीदारी को लेकर वरीय प्रभारी बनाया है.
क्रय केंद्र की होगी निगरानी : एडीएम को धान अधिप्राप्ति के लिए बनाये गये क्रय केंद्रों की सतत निगरानी करने तथा पर्यवेक्षण करने के साथ साथ अपना प्रतिवेदन देने को कहा गया है. वहीं प्रखंड के वरीय प्रभारी को भी धान खरीदारी की जिम्मेवारी दी गयी है. डीएम ने सातों प्रखंडों के वरीय प्रभारियों को नियमित रूप से प्रखंड अवस्थित क्रय केंद्रों की जांच करने व गड़बड़ियों को के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया है. इसके अलावे धान अधिप्राप्ति की निगरानी के लिए सभी सीओ को भी इस कार्य में लगाया गया है.
सभी सीओ अपने अंचल अवस्थित क्रय केंद्रों पर धान की अधिप्राप्ति कार्य पर नजर रखेंगे. सभी पंचायतों में जहां पैक्स के द्वारा किसानों से धान की खरीदारी की जायेगी. वहीं प्रखंड स्तर पर व्यापार मंडल के द्वारा जबकि अनुमंडल स्तर पर एसएफसी के द्वारा धान खरीदे जायेंगे. एसएफसी के द्वारा अनुमंडल स्तर किये जाने वाले खरीदारी की निगरानी को लेकर पदाधिकारी की तैनाती की गयी है. डीएम ने दोनों अनुमंडल में एक एक पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया है.
डीएम ने इस कार्य में लगाये गये सभी पदाधिकारियों व कर्मियों की छुट्टी को रद्द कर दिया गया है. धान खरीदारी कार्य में लगे कर्मियों को आवश्यक कार्यों के लिए ही छुट्टी दी जायेगी. ऐसी परिस्थिति में इनके अवकास आवेदन की स्वीकृति एक स्तर उपर के पदाधिकारी के द्वारा दी जायेगी. वहीं धान खरीदारी कार्य संपन्न होने के बाद इस कार्य में लगे कर्मियों का स्थानांतरण होगा. कुछ इसी प्रकार का आदेश जारी किया गया है.
खरीदारी रही है हमेशा िववादों में
जिले में धान गेहूं की खरीदारी हमेशा से विवादों में रहा है. जानकारी के मुताबिक शुरूआत से लेकर अब तक करोड़ों रुपये से अधिक मूल्य के खाद्यान्न (धान/गेहूं/चावल) का गबन किया जा चुका है. गबन का आरोप सरकारी लोक सेवकों के साथ कई राइस मिलों के संचालकों पर लगा है. धान प्राप्त कर कई राइस मिलों के द्वारा चावल वापस नहीं किये गये हैं. जिसके बाद संचालित ऐसे मिल मालिक व संचालकों के विरूद्ध केस भी दर्ज कराये गये हैं. ऐसी गड़बड़ियों को रोकने के लिए इस बार धान खरीदारी के साथ-साथ पैक्स व व्यापार मंडल के द्वारा खरीदारी की गयी धान की सिलिंग के लिए भी पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है. सभी प्रखंडों में धान की कुटाई कराने के लिए प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है.
अधिकतम 150 क्विंटल खरीदेंगे धान
तय तिथि के मुताबिक एक दिसंबर यानी कल से धान की खरीदारी आरंभ होगी. क्रय केंद्रों पर गैर रैय्यत मतलब बटायेदार किसानों से अधिकतम 50 क्विंटल धान जबकि रैय्यती किसानों से अधिकतम 150 क्विंटल धान खरीदे जायेंगे. इस वर्ष इस जिले कोई लक्ष्य नहीं दिया गया है. सिर्फ अधिक से अधिक किसानों से धान खरीदने को कहा गया है. क्रय केंद्रों पर धान बेचने वाले किसानों को फोटो युक्त पहचान पत्र के साथ साथ एलपीसी अथवा हाल का कटा हुआ लगान रशीद या फिर केसीसी कार्ड की फोटो कॉपी जमा करनी होगी. वहीं बटायेदार किसानों को कृषि सलाहकार अथवा वार्ड सदस्य से अनुशंसा कराकर यह देना होगा की इन्होंने धान की खेती की है तथा अपना फोटो युक्त पहचान पत्र एवं बैंक एकाउंट नंबर जमा करने होंगे.

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