खगड़िया : दो सरकारी लोक सेवकों पर गाज गिरी है. डीएम जय सिंह ने दो कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई की है. सूत्रों के मुताबिक सदर प्रखंड कार्यालय में नजारत का कार्य देख रहे लिपिक कुमार सुभाषचंद्र तथा सदर डीसीएलआर कार्यालय के अनुसेवक अर्जुन सहनी को दंडित किया गया है. इन दोनों कर्मियों के विरूद्ध गड़बड़ी के आरोप में पहले जांच की गयी थी. प्रथम दृष्टया में आरोप सत्य पाये जाने के बाद इन दोनों के विरूद्ध प्रपत्र क गठित कर सुनवाई आरंभ की गयी थी. सूत्र बताते हैं कि संचालन पदाधिकारी ने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है. इसी रिपोर्ट के आलोक में इन दोनों कर्मियों को दंडित किया गया है.
विभागीय जानकारी के मुताबिक कुमार सुभाष चंद्र के दो वेतन वृद्धि पर संच्यात्मक प्रभाव से रोक लगायी है. इन पर आरोप है कि चौथम प्रखंड के नजारत के प्रभार के दौरान इन्होंने गड़बड़ी की थी. जानकार बताते हैं कि काफी दिनों तक इन्होंने स्थानांतरण के बावजूद अपना प्रभार दूसरे कर्मी को नहीं सौंपा था. इसी तरह अनुसेवक अर्जुन सहनी के निलंबन अवधी का भत्ता सहित ब्याज के भुगतान पर रोक लगायी गयी है. मिली जानकारी के अनुसार ये डीसीएलआर का वाहन चलाते थे. इनपर वाहन का सामान गायब करने का आरोप था. तत्कालीन डीसीएलआर ओमप्रकाश महतो की रिपोर्ट पर पहले इन्हें डीएम ने निलंबित किया. फिर आरोप गठित कर इनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई आरंभ करने का आदेश जारी किया. सुनवाई में दोषी पाये जाने के बाद इन्हे अर्थ दंड की सजा दी गयी है. उल्लेखनीय है कि गोगरी अचंल के प्रधान सहायक दिनेश पासवान पर भी सुनवाई के उपरांत कार्रवाई की गयी है. सूत्र बताते हैं कुछ राजस्व कर्मी के विरूद्ध भी सुनवाई पूरी हो चुकी है. अब इनपर भी गाज गिरनी तय मानी जा रही है. डीएम के इस आदेश से कर्मियों में हड़कंप मची हुयी है.