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31 मार्च तक बांटे जायेंगे 675 करोड़ ऋण

31 मार्च तक बांटे जायेंगे 675 करोड़ ऋण प्रतिनिधि, खगड़िया31 मार्च तक अरबों रुपये का ऋण जरूरतमंदों के बीच बांटा जायेगा. वित्तीय वर्ष 15-16 में 1276 करोड़ रुपये ऋण वितरण करने का लक्ष्य इस जिले को राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी द्वारा दिया गया था. प्रथम छमाही में 601 करोड़ रुपये ऋण के रूप में बांटा […]

31 मार्च तक बांटे जायेंगे 675 करोड़ ऋण प्रतिनिधि, खगड़िया31 मार्च तक अरबों रुपये का ऋण जरूरतमंदों के बीच बांटा जायेगा. वित्तीय वर्ष 15-16 में 1276 करोड़ रुपये ऋण वितरण करने का लक्ष्य इस जिले को राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी द्वारा दिया गया था. प्रथम छमाही में 601 करोड़ रुपये ऋण के रूप में बांटा जा चुका है. अब शेष बचे लक्ष्य यानी 675 करोड़ रुपये 31 मार्च तक बांटने का निर्देश दिया गया है. ये ऋण कृषि, सुक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग , शिक्षा , होम,वाहन लोन सहित सभी प्राथमिकता वाले क्षेत्र एवं गैर प्राथमिकता वाले क्षेत्र में बांटे जायेंगे. मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिकता वाले क्षेत्र में 525 करोड़ रुपये 31 मार्च तक ऋण वितरण किये जायेंगे. इस क्षेत्र में 1063 करोड़ रुपये ऋण वितरण का लक्ष्य दिया गया था. जिसके विरुद्ध 538 करोड़ रुपये ऋण वितरण किये गये हैं. वहीं गैर प्राथमिकता वाले क्षेत्र में 151 करोड़ रुपये ऋण वितरण किये जायेंगे. बताते चले कि गैर प्राथमिकता वाले क्षेत्र में इस जिले को 214 करोड़ रुपये ऋण बांटने का लक्ष्य दिया गया था. जिसके विरुद्ध महज 63 करोड़ रुपये ही ऋण वितरण हो पाया है. कृषि क्षेत्र में बंटेंगे ऋण कृषि क्षेत्र में दिये गये ऋण वितरण का लक्ष्य पुरा नहीं हो पाया है. जिस कारण इस क्षेत्र में बचे हुए लक्ष्य को इस वित्तीय वर्ष के अंत तक हर हाल में पुरा करने का निर्देश दिया गया है. कृषि क्षेत्र में किसानों के बीच 343 करोड़ रुपये ऋण वितरण किये जायेंगे. कृषि क्षेत्र में इस वर्ष 442 करोड़ रुपये बांटे गये हैं. वहीं रोजगार के लिए भी जरूरतमंदों के बीच 115 करोड़ रुपये वितरण करने का निर्देश दिया गया है. क्योंकि इस क्षेत्र में लक्ष्य के विरुद्ध 75 करोड़ ही बांटे गये हैं. शेष बचे लक्ष्य को पुरा करने का निर्देश बैंकों को दिया गया है. शिक्षा ऋण की स्थिति बदतर जिले के होनहार छात्रों को लक्ष्य के अनुरूप ऋण नहीं मिल पाया है. वित्तीय वर्ष 2015-2016 में 470 छात्रों को पढ़ाई के लिए ऋण मुहैया कराने का लक्ष्य दिया गया था. जिसके विरुद्ध मात्र 55 छात्रों के बीच 166 लाख रुपये ऋण के रूप में वितरण किया गया है. वहीं स्व रोजगार के लिए पीएमइजीपी योजना के तहत 75 जरूरतमंदों के विरुद्ध मात्र 22 लोगों को ही ऋण दिये गये हैं. कई बैंकों की उपलब्धि कम वित्तीय वर्ष 2015-2016 के प्रथम छमाही में कई बैंकों की उपलब्धि काफी कम रही है. जिस कारण जिले का एसीपी 50 प्रतिशत से भी कम रहा है. जानकारी के मुताबिक एसबीआइ, सेंट्रल बैंक, केनरा बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, आइसीआइसीआइ , इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनाइटेड बैंक द्वारा लक्ष्य के विरुद्ध 27 प्रतिशत से भी कम बांटा गया है. वहीं एचडीएफसी, बिहार ग्रामीण बैंक, यूनियन बैंक का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है. कहते हैं एलडीएम इधर एलडीएम ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के शेष बचे लक्ष्य को हर हाल में पूरा करने का निर्देश सभी बैंकों को दिया गया है. कुछ बैंकों के द्वारा लक्ष्य से काफी कम ऋण वितरण किये जाने के कारण जिले का एसीपी 50 प्रतिशत से कम रहा है. अगले डीएलसीसी की बैठक तक ऋण वितरण में काफी सुधार आयेगी.

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