महेशखूंट (खगड़िया) : बिहार का चुनाव केंद्र सरकार लड़ रही है. भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव में किये गये वादों को पूरा नहीं कर पाये.
कालाधन अभी तक वापस नहीं लाया. जन धन योजना में 1.50 लाख रुपये देने का वादा किया. अभी तक एक रुपये भी जनता को नहीं मिला. 10-15 हजार रुपये देकर भी तो बोहनी करते.
उक्त बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महेशखूंट के एसपीएम उच्च विद्यालय के मैदान में सभा को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार को बीमारू राज्य कहते हैं व गुजरात को विकसित राज्य कहते हैं,
जबकि गुजरात में महिलाएं कुपोषण की शिकार हो रही हैं. आधी आबादी को ठीक से खाना नहीं मिल रहा है. उन्होंने बेलदौर विधानसभा क्षेत्र के महागंठबंधन के जदयू प्रत्याशी पन्ना लाल पटेल को विजयी बनाने की अपील की.
उन्होंने कहा कि अगर महागंठबंधन की सरकार बनी, तो 12 वीं पास छात्रों को चार लाख वित्तीय सहायता सरकार की ओर से दी जायेगी, ताकि छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई न हो. शिक्षित बेरोजगारों को एक हजार रुपये प्रति माह भत्ता दिया जायेगा. 96 हजार गांवों में बिजली सेवा मुहैया करायी जा चुकी है.
शेष गांवों में भी जल्द ही बिजली पहुंचायी जायेगी. बेरोजगारों को मुफ्त में तकनीकी शिक्षा दी जायेगी. उन्होंने कहा कि ठेठ बिहारी से ही बिहार का विकास होगा. शिक्षा मंत्री पीके शाही ने महागंठबंधन की सरकार बनाने की अपील जनता से की. सभा को विधान पार्षद सोने लाल मेहता, जिलाध्यक्ष साधना देवी, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष नीलम वर्मा ने भी संबोधित किया. मौके पर सुबोध पटेल, चंदन कश्यप, दिनेश सिंह, इंद्र मोहन सिंह, नईम अख्तर, राज किशोर यादव, राजेश झा, सुरेंद्र सिंह, जय कुमार सिन्हा, सौकत अली, सुनील कुमार, सुशांत यादव , अनिल यादव, फैजान अहमद, व्यावसायिक प्रकोष्ठ के महासचिव नरेश मोहन ठाकुर, युवा जदयू नेता प्रवीण चौरसिया, केदार सिंह मौजूद थे.