पसराहा : बार बार उच्चाधिकारियों से शिकायत के बाद भी विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार नहीं रुकते देख ग्रामीणों ने मंगलवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. मंगलवार को महेशखुंट अगुवानी मुख्य सड़क को आलम बाजार मड़ैया जाम कर युवाओं ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. विभिन्न मांगों को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता एवं युवाओं ने प्रदर्शन किया. इस मौके पर सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गयी.
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दो घंटे तक मड़ैया आलम बाजार में जाम से राहगीरों को हुई परेशानी
पसराहा : बार बार उच्चाधिकारियों से शिकायत के बाद भी विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार नहीं रुकते देख ग्रामीणों ने मंगलवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. मंगलवार को महेशखुंट अगुवानी मुख्य सड़क को आलम बाजार मड़ैया जाम कर युवाओं ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. विभिन्न मांगों को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता एवं युवाओं ने […]
सड़क जाम का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश्वर दास ,जिप उपाध्यक्ष ग्यासउद्दीन,पूर्व मुखिया प्रतिनिधि शिव यादव,देवरी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि कुमार गौरव, छात्र राजद नेता वीरबल यादव, यदुवंशी सेना के जिला अध्यक्ष श्रवण यादव,कारे यादव समेत दर्जनों ग्रामीणों ने किया. प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी ने लिखित आश्वासन दिया कि 15 दिनों के भीतर अधूरे कला मंच का काम शुरू कर दिया जायेगा. जबकि घटिया सड़क निर्माण के दोषी संवेदक एवं जेइ के विरुद्ध कार्रवाई के लिये जिलाधिकारी को लिखा जायेगा.
पंचायती राज पदाधिकारी के आश्वासन पर दो घंटे से अधिक समय के बाद आंदोलनकारी जाम हटाने को राजी हो गये. मड़ैया से अररिया जाने वाली सड़क इसी वर्ष बना और बनने के साथ ही टूट गयी. इससे लोगों में खासा गुस्सा व्याप्त है. लोगों ने कहा कि जेइ की मिलीभगत से निर्माण कार्य में धांधली की गयी है.
जिसके कारण सड़क का यह हाल है. जाम की सूचना मिलते ही प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी राकेश कुमार मौके पर पहुंच कर प्रदर्शनकारियों से वार्ता की. आंदोलनकारियों की मुख्य मांगों में अधूरे कला मंच का शीघ्र निर्माण व मड़ैया अररिया सड़क निर्माण में गड़बड़ी में संलिप्त जेइ व संवेदक पर कार्रवाई शामिल है.
बार-बार बहाना बना रहे संवेदक बने पूर्व नाजिर
परबत्ता प्रखंड के देवरी पंचायत के अररिया गांव स्थित पांच वर्षों से अधूरे कला मंच को पूरा करने के लिये पांच वर्षों से संवेदक सह पूर्व नाजिर बहानेबाजी कर रहे हैं. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा स्वीकृत मड़ैया अररिया सड़क निर्माण में गड़बड़ी को लेकर भी ग्रामीण आक्रोशित थे. इससे पूर्व सोमवार को अररिया के दर्जनों ग्रामीण प्रखंड कार्यालय परबत्ता पहुंचकर अधूरे कला मंच को जल्द पूरा करने की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा था.
मंगलवार को अररिया के सैकड़ों युवा एकत्रित होकर महेशखुंट अगुवानी मुख्य सड़क को आलम बाजार मड़ैया में जाम कर दिया. एंबुलेंस एवं दूध वाहन जैसे इमरजेंसी सेवाओं को रास्ता देकर जाम से अलग रखा. आक्रोशित लोगों का कहना था कि अररिया गांव स्थित पांच वर्षों से कला मंच का निर्माण अधूरा है. अब तो कला मंच पूरा बनने से पहले ही गिरने के कगार पर है.
प्रतिनियुक्ति के बाद भी मौज कर रहे संवेदक
परबत्ता प्रखंड के अररिया गांव में करीब पांच वर्ष पहले जिला परिषद योजना के तहत 13वीं वित्त मद से भगवती स्थान सह रामजानकी ठाकुरबाड़ी परिसर में कला मंच के निर्माण कार्य शुरू किया गया. इस कार्य का संवेदक परबत्ता प्रखंड के तत्कालीन नाजिर सिद्धार्थ कुमार को बनाया गया. काम शुरू हुआ, कला मंच की दीवार खड़ी कर छोड़ दिया गया. उस वक्त 7 लाख 30 हजार की राशि स्वीकृत की गयी थी. पांच वर्षों से तरह तरह का बहाना बना कर संवेदक सह नाजिर काम पूरा करने में आनाकानी कर रहे हैं. इस बीच नाजिर सह संवेदक सिद्धार्थ का तबादला बेलदौर प्रखंड में हो गया.
प्रभात खबर द्वारा पूरे मामले को प्रमुखता से उठाने के बाद डीएम के निर्देश पर नाजिर की प्रतिनियुक्त परबत्ता में कर कला मंच का निर्माण कार्य पूरा करने को कहा गया. इधर, प्रतिनियुक्ति के एक महीने होने को हैं लेकिन संवेदक सह नाजिर ने काम शुरू नहीं किया. इस मामले को इस वर्ष ग्रामीणों ने जिला परिषद कार्यालय एवं प्रखंड कार्यालय से लेकर डीडीसी को आवेदन देकर कला मंच निर्माण कार्य पूरा करने की मांग की.
ग्रामीणों ने कहा, गांव में आठ फीट चौड़ी सड़क बना कर किया गया गोलमाल
परबत्ता प्रखंड के मड़ैया से अररिया के बीच काफी संघर्ष के बाद ग्रामीण कार्य विभाग गोगरी के द्वारा साढ़े तीन किमी लंबी सड़क की स्वीकृति प्रदान की गयी. एक करोड़ 59 लाख की राशि से बनने वाली सड़क का संवेदक राजीव रंजन ने जनवरी 2019 में काम शुरू किया. सड़क खोद कर तीन महीने तक ठेकेदार गायब हो गया.
जिससे गुस्साए ग्रामीणों की मांग को प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित कर सड़क निर्माण में मनमानी की ओर अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया था. जिसके बाद संवेदक ने जून 2019 में सड़क का निर्माण शुरू किया. ढाई किलो मीटर कालीकरण पीच सड़क तो लगभग एक किमी पीसीसी सड़क का निर्माण किया गया.
ग्रामीणों का आरोप है कि संवेदक द्वारा जेइ से मिलकर पीसीसी सड़क को 13 फीट को घटा कर दस फीट बनाया गया. कहीं कहीं गांव में आठ फीट चौड़ी सड़क बना कर गोलमाल किया गया. आलम बाजार से मस्जिद तक घटिया पीसीसी निर्माण का नतीजा यह रहा कि बनने के महज 20 दिन वाद ही सड़क टूटने लगी. इस खबर को भी प्रभात खबर ने प्रमुखता से छापा लेकिन जेइ व संवेदक की मिलीभगत से जांच को दबा दिया गया.
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