खगड़ियाः शुक्रवार को अक्षय तृतीया को लेकर महिलाओं ने पूजा-अर्चना की. इस व्रत को लेकर महिला मनोरमा कुमारी व माड़र निवासी सिकंदर साह की पत्नी शांति देवी बताती है कि इस दिन महिला एक दिवसीय उपवास रखती है और संख्या बेला में नये वस्त्र को धारण कर अरवा चावल, चंदन, तील, तुलसी, अरहूल का फूल दोनों हाथ के बीच रखकर अपने इष्ट देव का आह्वान करती है.
इसके पश्चात व्रत समाप्ति पर व्रती के द्वारा मिष्ठान व फल का प्रसाद लोगों के बीच वितरण करने के बाद भोजन ग्रहण करती है. इसके अलावा पूरी रात्रि इष्टदेव के सामने बैठ कर नमन करते हुए अपने परिवार की दुआ मांगती है. इस तरह अक्षय तृतीय पर्व का समापन के बाद यथा संभव कुंवारी कन्या को भोजन कराने के बाद उसे दान के रूप में द्रव भी देती है तथा उन कुंवारी कन्याओं के सामने नतमस्तक करने से मनचाहा फल की प्राप्ति होती है.