खगड़िया : सदर प्रखंड के लाभगांव में शुक्रवार को नि:शुल्क मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया. नोनिया महासंघ के बैनर तले आयोजित मेडिकल कैंप में 247 मरीजों की नि:शुल्क इलाज की गयी. इस दौरान नोनिया महासंघ के उपाध्यक्ष रविशंकर ने कैंप का उद्घाटन फीता काटकर किया. उपाध्यक्ष रविशंकर ने बताया कि महासंघ के बैनर तले […]
खगड़िया : सदर प्रखंड के लाभगांव में शुक्रवार को नि:शुल्क मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया. नोनिया महासंघ के बैनर तले आयोजित मेडिकल कैंप में 247 मरीजों की नि:शुल्क इलाज की गयी. इस दौरान नोनिया महासंघ के उपाध्यक्ष रविशंकर ने कैंप का उद्घाटन फीता काटकर किया. उपाध्यक्ष रविशंकर ने बताया कि महासंघ के बैनर तले नोनिया समाज के पिछड़े लोगों के बीच नि:शुल्क मेडिकल कैंप लगाया जाता है. इस तरह का आयोजन अधिकांश जिलों में किया जा रहा है.
कैंप में मरीजों का नि:शुल्क जांच के बाद इलाज किया जाता है.
उन्होंने बताया कि बिहार में अभी भी नोनिया बिंद, बेलदार, चौहान, अवधिया, सेमरवार, खरबट, दशरथी समाज के लोग उपेक्षित हैं. नोनिया समाज के लोगों की माली हालत बदतर है. उन्होंने कहा कि नोनियां जाति के सात उप शाखा हैं. जो आपस में बंधे न रहकर अलग अलग अस्तित्व में है. अब समय आ गया है कि सभी मिलकर एक मजबूत संगठन का रूप देकर सरकार से अपने हक व हकूक के लिए संघर्ष करें. इधर, महासंध के धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बिहार ही नहीं हिन्दुस्तान में भी इस समाज के लोगों की हालत बद से बदतर है. इसे अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की जरूरत है
उन्होंने कहा कि बिहार में 85 लाख की संख्या में नोनियां समाज के लोग है. नोनियां समाज से जुड़े लोगों को शिक्षा की आवश्यकता है. पूर्व की सरकार द्वारा समाज के लोगों को सिर्फ आश्वासन दिया गया है. इस समाज के लोगों का विकास करने में कोई भी सरकार रुचि नहीं ली है. आगामी 30 अक्तूबर को पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में कार्यकर्ता सम्मेलन होगा. सम्मेलन के बाद सरकार से नोनियां बिंद बेलदार चौहान को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की सशक्त मांग की जायेगी.
इधर कैंप में भाग ले रहे राकेश कुमार, मनीष कुमार, रंजीत यादव, जीतेंद्र कुमार महतो, बिरंची महतो आदि ने लोगों के स्वास्थ्य की कामना की. आइजीएमएस के डा अमित कुमार ने बताया कि इस तरह के आयोजन ग्रामीण क्षेत्र में करने से आत्मिक संतुष्टि मिलती है.