राहत. बखरी के बगरस स्लूइस गेट टूटने की अफवाह से परेशान रहे लोग
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बाढ़ से निबटने के लिए पहुंची सेना
राहत. बखरी के बगरस स्लूइस गेट टूटने की अफवाह से परेशान रहे लोग बखरी के बगरस चौक के समीप स्थित स्लूइस गेट टूटने की अफवाह से पूरा खगड़िया बेदम रहा. इस बीच पुरानी तबाही से सबक लेते हुए राज्य सरकार ने आनन फानन में सेना के जवान को खगड़िया में मोरचा संभालने के लिये भेज […]
बखरी के बगरस चौक के समीप स्थित स्लूइस गेट टूटने की अफवाह से पूरा खगड़िया बेदम रहा. इस बीच पुरानी तबाही से सबक लेते हुए राज्य सरकार ने आनन फानन में सेना के जवान को खगड़िया में मोरचा संभालने के लिये भेज दिया.
खगड़िया : अफवाहों की गूंज ने शनिवार को जिला प्रशासन से लेकर आमलोगों की नींद उड़ा दी. बखरी के बगरस में स्लूइस गेट टूटने की अफवाह मात्र से पूरा खगड़िया सिहर उठा. आनन फानन में राज्य सरकार ने 120 सदस्यीय सेना के दल को मोरचा संभालने के लिये खगड़िया भेज दिया. सदर एसडीओ अमित कुमार पांडेय ने सेना के जवान के साथ स्लूइस गेट पर जाकर मुआयना किया. एसडीओ ने स्लूइस गेट को पूरी तरह सुरक्षित बताते हुए अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील आमलोगों से की है. इधर, सांसद महबूब अली कैसर के पत्र ने भी सनसनी फैला दी. पत्र में साफतौर पर स्लूइस गेट टूटने के बाद पानी के बहाव तेज होने की बात कही गयी है.
हो रहा था रिसाव, टूटने की फैली अफवाह : बेगूसराय जिले के बगरस स्लूइस गेट बूढ़ी गंडक के दबाव से खुल जाने की अफवाह आग की तरह फैल गयी. इसके बाद लोग अपने अपने परिजनों से बाढ़ की पानी के बहाव का हाल जानने के लिए बेताब नजर आने लगे. बाद में स्लूइस गेट टूटने की खबर अफवाह साबित हुई. दरअसल स्लूइस गेट से पानी का रिसाव हो रहा था. स्थानीय लोग तथा जिला प्रशासन के सहयोग से उक्त रिसाव को बंद कर दिया गया. गांव वालों का सहयोग सराहनीय रहा. मालूम हो कि बगरस स्लूइस गेट के खुलने से बखरी सिकरौला,
पकढ़ौला,समसा सहित कई गांव बाढ़ से प्रभावित हो जाता. इसके अलावा खगड़िया सदर प्रखंड के भी कई पंचायत बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं. इधर जिला आपदा पदाधिकारी प्रियंका कुमारी ने कहा कि बगरस में स्लूइस गेट टूटने की अफवाह के बाद मौके का मुआयना किया गया है. बूढ़ी गंडक तटबंध व स्लूइस गेट पूरी तरह सुरक्षित है. किसी भी स्थिति से निबटने के लिए सेना तैयार है.
बूढ़ी गंडक में आयी जवानी
कोसी व बागमती के बाद बूढ़ी गंडक जवान हो गयी है. बेगूसराय जिले बगरस के पास क्षतिग्रस्त हुए बूढ़ी गंडक के तटबंध पर बने स्लूइस गेट टूटने की अफवाह मात्र ने जिला प्रशासन से लेकर आमलोगों के नाक में दम कर दिया. खगड़िया के सीमावर्ती क्षेत्र पर बगरस अवस्थित है. तटवंध के टूटते ही सीधा पानी खगड़िया जिला में प्रवेश करेगा.
खतरे की आशंका को देखते हुए डीएम के निर्देश पर सदर एसडीओ अमित कुमार पांडेय सेना के जवान के साथ बगरस पहुंचे. जहां उन्होंने क्षतिग्रस्त स्लूइस गेट एवं कटाव निरोधी कार्य का मुआयना किया. स्थानीय पुलिस प्रशासन से इस पर लंबी बातचीत की. कारण सबको पता है कि बगरस में बूढ़ी गंडक बौराई तो खगड़िया भीषण बाढ़ की चपेट में होगा. सो जिला प्रशासन कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है. एसडीओ ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए कहा कि बाढ़ की पूरी स्थिति पर प्रशासन की पैनी नजर है.
बगरस में स्लूइस गेट टूटने की अफवाह के बाद मौके का मुआयना किया गया है. बूढ़ी गंडक तटबंध व स्लूइस गेट पूरी तरह सुरक्षित है. राज्य सरकार के द्वारा बाढ़ से निबटने के लिए 120 सदस्यीय सेना की टीम खगड़िया पहुंच गयी है. जिसे अलौली व गोगरी में तैनात किया गया है. किसी भी आपात स्थिति में सेना की मदद ली जायेगी.
प्रियंका कुमारी, जिला आपदा पदाधिकारी.
बाढ़ की किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये सेना पूरी तरह से तैयार है. बचाव के सारे साधन से लैस सेना की टीम खगड़िया पहुंच गयी है. जिला प्रशासन के निर्देशानुसार संबंधित स्थान पर जाकर बचाव व राहत कार्य चलाया जायेगा.
तपस रंजन बिशोई, मेजर
बताया जाता है कि इससे पूर्व बगरस के स्लूइस गेट टूटने के बाद आयी बाढ़ ने खगड़िया में भीषण तबाही मचायी है. वर्ष 2000, 2002 खासकर 2007 की बाढ़ को याद कर लोग आज भी सिहर जाते हैं. किस तरह महीनों तक जिंदगी मौत के मुहाने तक पहुंच गयी थी. देखते ही देखते पूरा शहर बाढ़ की चपेट में था. बताया जाता है कि अगर यह स्लूइस गेट व तटबंध बखरी अनुमंडल के बगरस सहित आसपास के इलाके में टूटता है तो खगड़िया में बाढ़ फिर भीषण तबाही मचा सकती है. हालांकि जिला प्रशासन ने स्लूइस गेट सहित तटबंध को पूरी तरह सुरक्षित बताया है.
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