21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

154219 की जगह 9518 घरों में ही पहुंची बिजली

समस्या. निर्धारित लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा िवद्युत िवभाग जिलाधिकारी ने सात निश्चय योजना की समीक्षा की जिसमें विद्युत विभाग के कार्यों पर असंतोष जाहिर किया. उन्होंने विभागीय अभियंता को इस योजना में सुधार लाने की चेतावनी दी. खगड़िया : जिलाधिकारी जय सिंह ने सात निश्चय योजना की समीक्षा करते हुए विद्युत विभाग के […]

समस्या. निर्धारित लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा िवद्युत िवभाग

जिलाधिकारी ने सात निश्चय योजना की समीक्षा की जिसमें विद्युत विभाग के कार्यों पर असंतोष जाहिर किया. उन्होंने विभागीय अभियंता को इस योजना में सुधार लाने की चेतावनी दी.
खगड़िया : जिलाधिकारी जय सिंह ने सात निश्चय योजना की समीक्षा करते हुए विद्युत विभाग के कार्यों पर असंतोष जाहिर की है. उन्होंने इस पर विभागीय अभियंता को सुधार की चेतावनी भी दी है. कार्यालय कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में डीएम ने बारी बारी से सात निश्चय योजनाओं को खंगालते हुए आवश्यक निर्देश दिये. जिलाधिकारी ने कहा कि सात निश्चय के तहत चलायी जा रही योजनाओं को निर्धारित अवधि के अंदर पूरा करें.
जिले के सभी घरों में बिजली की समीक्षा के क्रम में वित्तीय वर्ष 2017-18 में 154219 लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 9518 घर तक ही विभाग बिजली पहुंचा सकी है. जिलािधकारी ने नाराजगी प्रकट करते हुए काम में तेजी लाने को कहा. कार्यपालक अभियंता प्रोजेक्ट के द्वारा बताया गया कि मेटेरियल की उपलब्धता में कमी विलंब का कारण है. वहीं आर्थिक हल, युवाओं को बल की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत कुल 01 करोड़ 39 लाख 73 हजार 02 सौ 82 ऋण के रूप में स्वीकृत की गयी है. कुल 43 क्रेडिट कार्ड का वितरण किया है जबकि 20 लाख 24 हजार 790 रुपये खातों में हस्तांतरित किये जा चुके हैं. वहीं मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत 1824 आवेदन प्राप्त हुए. जिसमें 1487 स्वीकृत किये गये. कुशल युवा कार्यक्रम के तहत कुल 4180 आवेदन प्राप्त हुए. जिसमें 2727 आवेदन स्वीकृत किये गये है.
गरमी में उबल रहे लोग
गोगरी. उमस भरी गरमी के मौसम में इलाके में बिजली गायब होना स्थानीय लोगों की नियति बन गयी है. महेशखूंट पावर सब ग्रिड से जुड़े गोगरी फीडर के विद्युत उपभोक्ताओं को कम बिजली आपूर्ति के कारण उपभोक्तओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मालूम हो कि विभाग को सर्वाधिक राजस्व इसी फीडर से मिलता है. इसी फीडर से रेलवे स्टेशन महेशखूंट, दो बैंक, डाकघर, एसडीओ व एसडीपीओ का कार्यालय एवं आवास समेत तमाम सरकारी कार्यालय जुड़ा है. जिनके पास वैकल्पिक सुविधा नहीं है वे इस गरमी में परेशान हैं. वे बिजली बिल का भुगतान करते हैं, लेकिन बिजली उन्हें नहीं मिलती है. उपभोक्ताओं की मानें तो रात में बिजली गायब ही रहती है. अगर रहती भी है तो लो वोल्टेज के कारण कोई फायदा नहीं होता है. जानकारी के अनुसार महेशखूंट पावर सब स्टेशन से चौथम व गोगरी दो फीडर के अलावा झंझरा, शिरनियां आदि को भी बिजली दी जाती है. सूत्रों के मुताबिक यहां कम से कम 18 मेगावाट बिजली की जरूरत है. खगड़िया से पावर मानसी ग्रिड को आती है. मानसी से महेशखूंट को सप्लाई की जाती है. जिससे महेशखूंट पावर ग्रिड को कम विद्युत आपूर्ति हो रही है. बिजली की लचर व्यवस्था के सुधार को लेकर समय समय पर आंदोलन भी क्षेत्र में हो रहा है लेकिन बिजली की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. इधर, महेशखूंट पावर सब स्टेशन के जेई विजय कुमार कहते हैं कि ऊपर से ही कम बिजली की आपूर्ति हो रही है. पहले तो 15 मेगावाट के आसपास बिजली मिल जाती थी, अब शाम होते ही तीन से चार मेगावाट ही मिलती है, जिससे गोगरी फीडर लोड नहीं लेता है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें