कुरसेला : कार्यप्रणाली में दोष के कारण क्षेत्र के किसान समय पर सरकारी सुविधा लाभ पाने से वंचित हो रहे हैं. नियम उपयोगिता को ताक पर रखकर किसान हितों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
प्रखंड में इस तरह की गड़बड़ियों के कई मामले सामने आये हैं. वर्ष 14-15 के रबी कृषि सिंचाई डीजल अनुदान मद से 14 सितंबर 2015 को कोषागार से बीडीओ के बैंक खाते में राशि निकासी की गयी. इनमें विविध श्रेणी के कृषकों के अनुदान लाभ की प्रदत्त राशि में समान्य कोटि के 533506 से 533334 व अनुसूचित जाति के एक लाख दो हजार 745 में 21972 और अनुसूचित जनजाति के 6345 से 1800 रुपये की निकासी की गयी.
जानकारों की मानें, तो डीजल अनुदान मद में कोषागार में प्रदत्त राशि छह लाख 64 568 रुपये में विभिन्न श्रेणी के किसानों के लिए बीडीओ के बैंक खाते में 5 लाख 61651 रुपये की निकासी की गयी. कोषागार से बैंक खाता में राशि निकासी के नौ माह से अधिक गुजरने के बाद किसानों के खाते में अगले वर्ष रबी खेती के सिंचाई का डीजल अनुदान नहीं पहुंच पाया था. इसी तरह पिछले वर्ष के खरीफ खेती का सिंचाई डीजल अनुदान का लाभ प्रखंड के महज उत्तरी पश्चिमी दो पंचायतों में किसानो के बैंक खाते में दिया गया है. प्रखंड के बाकी पंचायतों में किसानों को डीजल अनुदान का लाभ अधर में था.
वर्ष 15-16 में खरीफ फसल के लिए कोटिवार कृषकों में सामान्य आवंटन श्रेणी में 1160614 रुपये निकासी 229400 अनुसूचित जाति आवंटन 257722 निकासी 20258 अनुसूचित जनजाति आवंटन 21235 निकासी 3150 रूपये किया गया. मामले में प्राप्त राशि ब्यौरा से ज्ञात होता है कि खरीफ प्रदत्त 1439621 के राशि में 252808 रूपये बीडीओ के बैंक खाते में ली गयी. प्रदत्त राशि में अवशेष राशि को 31 मार्च 2016 को वापस कर दिया गया. अवशेष राशि के वापसी के बाद भी चार पंचायतो के किसानो के खातो तक खरीफ फसल अनुदान का लाभ नहीं पहुंच सका था. ओला वृष्टि फसल क्षति का वर्ष 14-15 का अनुदान लाभ अभी तक कई कृषको के बैंक खाते में नहीं पहुंच पाया था.
उत्तरी मुरादपुर पंचायत के किसान रूपेश कुमार सिंह, चमिया देवी, सुजीत कुमार ठाकुर, छंगुरी रजक, जगदीश भगत, प्रमोद कुमार साह, सुरेश पोद्दार के बैंक खाता में त्रुटियों के वजह से आरटीजीएस सफल नहीं हो पाया था. किसानों द्वारा खाता सुधार के बाद भी क्षतिपूर्ति की राशि कई महीने गुजरने के बाद बैंक खाते में नही जा सका था. राशि प्राप्ति के लिये किसान प्रखंड कार्यालय का विगत कई माह से चक्कर काटते रहे हैं. सरकारी सुविधा का लाभ राशि उपलब्ध होने के बावजूद किसानो तक नहीं पहुंच पा रहा है. इन हालातो के पीछे व्यवस्था दोष व लापरवाही की स्थितियां दृष्टगोचर हो रही है.
* नगद राशि का वितरण
सरकार के निर्देशों के विपरीत प्रखंड के जरलाही पंचायत के किसान सलाहकार द्वारा किसानो को खरीफ फसल के डीजल अनुदान राशि नगद वितरण करने का चर्चा सामने आया है. जबकि सरकार का सख्त निर्देश है कि किसानो को अनुदान राशि का लाभ आरटीजीएस के माध्यम से देना है. नगद राशि वितरण में कई तरह की गड़बड़ियों की खबर आयी है. हालांकि मामले के उजागर होने पर किसान सलाहकर द्वारा वितरण किया गया नगद राशि किसानों से वापस लेकर आरटीजीएस करने की जानकारी मिली है.