कोढ़ा: प्रखंड में 13 अक्तूबर को तबाही मचाने वाले फैलिन से पीड़ित प्रखंड के सैकड़ों किसानों ने प्रखंड मुख्यालय का घेराव किया. मालूम हो कि 13 से 15 अक्तूबर तक लगातार बारिश व तूफान से क्षेत्र के सभी किसान तबाह हो चुके है. अपने-अपने फसलों की मुआवजा के लिए गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में पीड़ित किसान प्रखंड कार्यालय का घेराव किया व जिला प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की. वही घेराबंदी की जानकारी मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी कटिहार विनोद कुमार ने किसान को शांति बनाये रखने को कहा. उग्र किसान एनएच-31 को बंद करने पर उतारू थे. लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि व पूर्व प्रमुख मनोज ऋषि के पहल पर एनएच-31 को जाम होने से रोका गया. वही एसडीओ के आने तक सभी एकजुट होकर प्रखंड कार्यालय को घेर कर बैठे रहे. किसानों ने कहा कि इस तूफान ने फसलों को बरबाद कर दिया है. दस हजार एकड़ के जमीन में लगे फसल,धान, आलू, केला, सब्जी के फसल नष्ट हो गया है. जिस कारण किसान भूखमरी के कगार पर पहुंच चुके है.अधिकतर किसान बैंक तथा स्थानीय लोगों से कर्ज लेकर अपने खेतों में फसल लगाये थे. जो ऋण को माफ कर देना चाहिए. वही सड़क व नहर की मरम्मत एवं आवश्यकता अनुसार पुल-पुलिया का भी निर्माण किसान हित को देख कर किया जाये. इधर सूचना उपरांत एसडीओ ने कोढ़ा प्रखंड पहुंचकर किसानों के एक शिष्ट मंडल से मिला. जिसमें किसानो ं ने अपनी समस्या रखी. जिसपर पदाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी हंसनाथ कुंवर को किसान सलाहकार के माध्यम से सर्वे कर जांच रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है. वही प्रभारी प्रखंड प्रमुख महेश प्रसाद मेहता ने भी पदाधिकारी को प्रखंड के 23 पंचायत के स्थिति से अवगत कराया . जिसमें शत-प्रतिशत किसान को फैलिन से क्षति होने की बात कही है. प्रदर्शन करने वालों में किसान संघ के कार्यकारिणी अध्यक्ष अभिनव मुखिया, जगत नारायण सिंह, राजेंद्र रजक, राजेश राज, मुखिया प्रतिनिधि देवानंद सिंह, सकिम साह, धीरेंद्र भगत, जिप सदस्य धीरेंद्र मेहता, विजय सिंह, सुरेंद्र सिंह, दिनेश प्रसाद मेहता, चंद्रदेव, नागेंद्र सिंह, नरेश यादव, सुलेखा देवी, केशव प्रसाद सिंह, उपेद्र सिंह सहित सैकड़ों किसानों ने मुआवजा नहीं मिलने पर उग्र प्रदर्शन व किसान के हित में लड़ाई लड़ने की बात कही.
वही प्रखंड के सभी 23 पंचायतों में किसानों के अनुसार 10 हजार एकड़ में आलू, पांच हजार एकड़ में लगे धान, पांच हजार एकड़ में लगे केला एवं पांच हजार एकड़ में लगे अन्य फसल व सब्जी तूफान से बरबाद हो गया है. जबकि एसडीओ ने अंचल पदाधिकारी जय जय राम को निर्देश दिया है कि तूफान से प्रभावित विस्थापित परिवार के सर्वे व मुआवजा के लिए त्वरित कार्रवाई करने की बात कही.