कटिहार : जिले को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने को लेकर अभियान तेज कर दिया गया है. हालांकि जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र सरकारी दस्तावेज के अनुसार खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है. पर अभी भी बड़ी संख्या में लोगों का शौचालय निर्माण नहीं हुआ है. साथ ही शौचालय निर्माण आधा अधूरा पड़ा है.
Advertisement
खुले में शौच मुक्ति को मिशन मोड में शौचालय निर्माण
कटिहार : जिले को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने को लेकर अभियान तेज कर दिया गया है. हालांकि जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र सरकारी दस्तावेज के अनुसार खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है. पर अभी भी बड़ी संख्या में लोगों का शौचालय निर्माण नहीं हुआ है. साथ ही शौचालय […]
पिछले दिनों उप विकास आयुक्त वर्षा सिंह ने त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यशाला में शौचालय निर्माण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा भी की थी. समीक्षा के दौरान यह बात सामने आया कि बड़ी संख्या में शौचालय निर्माण का काम अधूरा है. साथ ही पंचायत स्तर पर लाभुकों का नाम भी नहीं है. कई तरह की जानकारी पंचायत प्रतिनिधियों की ओर से कार्यशाला में दी गयी.
समीक्षा के दौरान प्रखंड स्तर से उपलब्ध कराए गए प्रतिवेदन के आधार पर जिला स्तर पर डाटा तैयार किया गया. पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यशाला एवं बैठक के कार्यवाही के अनुसार 15 दिसंबर तक हर हाल में शौचालय निर्माण का काम पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया है.
साथ ही यह भी कहा गया है कि बेसलाइन एवं स्वच्छ भारत अभियान ग्रामीण के तहत जिन पात्र लाभुकों का नाम पोर्टल में छूट गया है. उन्हें एक अवसर दिया गया है. ऐसे लाभुक पोर्टल में नाम एंट्री करा सकते है. दूसरी तरफ विश्व टॉयलेट दिवस यानी 19 नवंबर से 29 नवंबर तक शौचालय निर्माण को लेकर गड्ढा खोदो अभियान चलाया गया. अब खोदे गए गड्ढे मैं शौचालय निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है.
31 दिसंबर तक पोर्टल में जोड़े नाम : सरकार ने ऐसे पात्र लाभुकों को शौचालय निर्माण का लाभ देने के लिए एक अवसर दिया है. यानी बेसलाइन एवं स्वच्छ भारत अभियान ग्रामीण में छूटे हुए पात्र लाभुकों का नाम जोड़ने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गयी है. ऐसे लाभुक 31 दिसंबर तक पोर्टल में अपना नाम इंट्री करा सकते है.
इसके बाद पोर्टल में जुड़े पात्र लाभुकों का शौचालय निर्माण के उपरांत प्रोत्साहन राशि का भुगतान 10 फरवरो 2020 करने का लक्ष्य है. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों हुए कार्यशाला के दौरान त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा था कि बड़ी संख्या में पात्र लाभुक शौचालय निर्माण में छूट गया है. साथ ही यह भी कहा था कि निर्मल ग्राम पुरस्कार वाले व गंगा किनारे के पंचायत में सर्वाधिक लोग छूट गये है.
19 से 29 नवंबर तक 3006 गड्ढे खोदे गये
डीडीसी की ओर से जारी कार्रवाई के अनुसार विश्व टॉयलेट यानी 19 से 29 नवंबर तक 3006 गड्ढा खोदा गया. इसमें से 1542 का शौचालय निर्माण को लेकर लेआउट किया गया. जबकि 1006 के पास सामग्री उपलब्ध कराया गया है. इसमें मात्र 418 शौचालय निर्माण का काम पूरा किया जा सका है. डीडीसी में सभी बीडीओ को निर्देश दिया है कि पंचायत स्तरीय कर्मियों से अनुश्रवण कराते हुए 15 दिसंबर तक हर हाल में शौचालय निर्माण का काम पूरा कराएं. इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
डीडीसी ने अर्द्ध निर्मित शौचालय को भी पूरा करने के लिए निर्देशित किया है. कार्यवाही के अनुसार 2294 अर्द्ध निर्मित शौचालय को पूरा करने का लक्ष्य है. इसके विरुद्ध मात्र अब तक 43 शौचालय का निर्माण पूरा हो सका है. अर्द्ध निर्मित शौचालय का निर्माण कार्य भी 15 दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement