बारसोई : बारसोई नगर पंचायत के चुनाव को लगभग दो वर्ष होने चला है. परंतु विकास के नाम पर यहां अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है. स्थिति पहले से भी बदतर हो गयी है. स्थानीय लोग कहते हैं कि पंचायत ही अच्छा था.
Advertisement
बारसोई नगर पंचायत के विकास में बाधा उत्पन्न कर रहा है अतिक्रमण
बारसोई : बारसोई नगर पंचायत के चुनाव को लगभग दो वर्ष होने चला है. परंतु विकास के नाम पर यहां अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है. स्थिति पहले से भी बदतर हो गयी है. स्थानीय लोग कहते हैं कि पंचायत ही अच्छा था. नगर पंचायत होकर तो सभी विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं. […]
नगर पंचायत होकर तो सभी विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं. उस पर सड़कों का अतिक्रमण कर लिया गया है. जो बारसोई नगर पंचायत के विकास में बाधा उत्पन्न कर रहा है.
अतिक्रमण के कारण सड़कें सिकुड़ गयी है. यही वजह है कि सड़कों पर अक्सर जाम लगा रहता है. लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है. इससे बेखबर नगर प्रशासन अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कोई भी सख्त कदम नहीं उठा रहा है. जिससे अतिक्रमणकारियों का मनोबल तो बढ़ ही रहा है साथ ही साथ खाली बचे हुए जगहों का भी अतिक्रमण लोग बेखौप कर रहे हैं.
इसके चलते बारसोई के विकास में ग्रहण लग गया है. ज्ञात हो कि बारसोई नगर पंचायत के सभी 17 वार्ड में अतिक्रमण जड़ जमाये हुए है. बारसोई क्षेत्र को इस तरह से जकड़ लिया है कि इस से पीछा छुड़ाने में कोई भी प्रशासनिक पदाधिकारी आगे नहीं बढ़ना चाहते हैं.
रघुनाथपुर, मौलानापुर, सुल्तानपुर बारसोई बाजार आदि स्थानों में तो सड़क, नहर, हॉट लैंड की जमीन भी लोग कब्जे कर उसमें पक्का घर का निर्माण कर चुके हैं. इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं अंचल क्षेत्र के कर्मचारी, वे ऐसे जमीन का मोटेशन कर रसीद काट देते हैं. बासगित पर्चा बना लेते हैं अथवा बंदोबस्ती कर देते हैं जो संभव ही नहीं है.
हां अंचल के कर्मचारी इतनी चालाकी जरूर करते हैं कि जो जमीन विवादास्पद है. उनके बासगित पर्चा में चौहदी नहीं लिखते है और भोली भाली जनता यह समझ लेती हैं कि उनकी जमीन पक्की हो गयी. वह उसमें पक्का घर निर्माण कर देते हैं. इतना ही नहीं ऐसे लोगों को भी जमीन बंदोबस्ती कर दी गई है जो समृद्ध और जमींदार हैं.
वह बंदोबस्ती की जमीन का व्यवसायिक इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे अतिक्रमण की समस्या तो उत्पन्न हो ही रही है साथ ही साथ आने वाले समय में वैसे अतिक्रमण किए हुए जमीन में निर्माण किए गए घर के भविष्य में भी ग्रहण लगने वाला है.
प्रशासन को उठाने होंगे कड़े कदम
अतिक्रमण को जड़ से समाप्त करने के लिए ठोस इरादे वाले प्रशासनिक पदाधिकारी की आवश्यकता है. बारसोई नगर पंचायत की जनता को ऐसे ही प्रशासनिक पदाधिकारी का इंतजार है जो यहां की जनता को अतिक्रमण की बीमारी से मुक्त करा सकें. अंचल के कर्मचारी जो इस तरह की जमीन, अथवा समृद्ध लोगों को जमीन का बंदोबस्ती कर दिये हैं उनके ऊपर भी सख्त कार्रवाई हो.
यहां बता दें कि अतिक्रमण के कारण बारसोई की सड़कें संकरी हो गई है और सड़कों पर वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है. यहां तक की नहर के अतिक्रमण कर लेने एवं नाले की साफ-सफाई नहीं होने के कारण जल निकासी की समस्या उत्पन्न हो गई है. जिसके कारण सड़कों पर जलजमाव बना रहता है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ठोस इरादे के साथ बारसोई को अतिक्रमण की बीमारी से मुक्त कराने की मांग की है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement