कटिहार : मनिहारी प्रखंड के कांटाकोश पंचायत के किसान सलाहकर मुकेश यादव की वायरल ऑडियो पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते उसे किसान सलाहकार के पद से विमुक्त करते हुए मनिहारी सीओ के लिखित शिकायत पर मनिहारी थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गयी है. अब प्रशासन किसान सलाहकार को जारी किये लाइसेंसी पिस्टल को रद्द करने की प्रक्रिया में जुट गयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 अगस्त को किसान सलाहकार का एक ऑडियो वायरल हुआ.
जिसमें वह सीधे तौर पर किसान से किसान फसल मुआवजा को लेकर धमका कर घुस की मांग कर रहा था. साथ ही ऑडियो में कई अभद्र भाषा व अपने रसूख की भी बात कह रहा था. जिसका ऑडियो वायरल होते ही कटिहार डीएम मिथिलेश मिश्र ने किसान सलाहकार पर कार्रवाई करते हुए उसे बर्खास्त कर दिया. इधर मनिहारी सीओ ने शनिवार की रात किसान सलाहकार मुकेश यादव के विरूद्ध लिखित शिकायत देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराया है. मनिहारी सीओ संजीव कुमार ने धमकी मामले में किसान सलाहकार मुकेश यादव पर मनिहारी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
कहते हैं डीएम
डीएम मिथिलेश मिश्र ने बताया कि मुकेश यादव को अपने पद का दुरूपयोग करने का वायरल ऑडियों के आधार पर तथा मनिहारी सीओ के कार्यालय में प्रवेश कर उसके साथ अभद्रता के साथ पेश आने के मामले में जांच कर मुकेश को अविलंब बर्खास्त कर दिया गया है. श्री मिश्रा ने कहा कि किसान सलाहकार को जारी की गयी पिस्टल की लाइसेंस को लेकर विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया गया है. कानूनी प्रक्रिया के तहत जारी पिस्टल का लाइसेंस रद्द की जायेगी.
स्थानीय किसानों में मुकेश यादव को लेकर भय का माहौल
मनिहारी थाना में थाना कांड संख्या 343\\17 के तहत मनिहारी थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. इधर आरोपित मुकेश यादव के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज होते तथा पूर्व की शिकायत को देखते हुए मुकेश की लाइसेंसी पिस्टल की लाइसेंस भी रद्द की जा सकती है. क्योंकि मनिहारी सीओ ने अपने लिखित शिकायत में अंचल कार्यालय में लाइसेंसी पिस्टल के साथ प्रवेश कर उसे धमकी देने तथा उसे देख लेने की बात कही है.
साथ ही कई बार उसकी इस हरकत की शिकायत मनिहारी बीडीओ व सीओ को स्थानीय किसानों ने दी है. जिससे यह प्रतीत होता है कि मुकेश ने पिस्टल का लाइसेंस अपनी सुरक्षा नहीं अपितु दूसरों को डराने धमकाने के मकसद से पिस्टल का लाइसेंस लिया है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर किसान सलाहकार को पिस्टल की क्या आवश्यकता और उसने किस आधार पर पिस्टल का लाइसेंस जिला प्रशासन से आवंटित कराया है. फिलहाल स्थानीय किसानों में मुकेश यादव को लेकर भय का माहौल व्याप्त है.