आयोजन. इसीसीइ नीति के तहत पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ
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शिक्षा का क्रियान्वयन जरूरी: डीएम
आयोजन. इसीसीइ नीति के तहत पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ कटिहार : स्थानीय एक होटल में सोमवार को समेकित बाल विकास सेवा के तहत प्रारंभिक बाल्यावस्था देखरेख व शिक्षा को लेकर महिला पर्यवेक्षिकाओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने कहा […]
कटिहार : स्थानीय एक होटल में सोमवार को समेकित बाल विकास सेवा के तहत प्रारंभिक बाल्यावस्था देखरेख व शिक्षा को लेकर महिला पर्यवेक्षिकाओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने कहा कि छह वर्ष तक के बच्चों के समग्र विकास मुख्य रूप से आंगनबाड़ी केंद्र पर निर्भर है. इसीसीइ नीति के तहत छह वर्ष तक के सभी बच्चों के समग्र विकास को लेकर गाइड लाइन निर्धारित किया गया है. गाइड लाइन को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित कर बच्चों को शारीरिक, मानसिक स्तर को विकसित किया जाना है.
उन्होंने कहा कि खासकर तीन वर्ष से लेकर छह वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र से मिलने वाली विद्यालय पूर्व शिक्षा प्रारंभिक शिक्षा की बुनियाद होती है. अगर बुनियाद ठीक हो तो इमारत भी मजबूत बनती है. इसलिये प्राथमिक पूर्व शिक्षा पाठ्यक्रम के अनुसार दिया जाना जरूरी है. महिला प्रवेक्षिका अपने-अपने अधीनस्थ आंगनबाड़ी केंद्र के सेविकाओं को बेहतर प्रशिक्षण देकर विद्यालय पूर्व शिक्षा व प्रारंभिक बाल्यावस्था को लेकर निर्धारित गाइड लाइन का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे. सिविल सर्जन डॉ श्याम चंद्र झा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी व महिला पर्यवेक्षकों को महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया. मौके पर डीपीओ आइसीडीएस पवन कुमार मिश्रा ने कहा कि इसीसीइ नीति के तहत निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार पर्यवेक्षिका को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. महिला पर्यवेक्षिका अपने-अपने क्षेत्र के परियोजना के तहत सेविका को प्रशिक्षित करेंगी. इसीसीइ के क्रियान्वयन को लेकर राज्य निदेशालय के द्वारा नई पहल नामक पाठ्यक्रम भी निर्धारित किया गया है. प्रशिक्षण 16 जून तक सभी बाल विकास परियोजना की महिला पर्यवेक्षकों को जिला स्तरीय प्रशिक्षक, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कदवा, मनिहारी, बारसोई, बलरामपुर, कटिहार ग्रामीण, प्राणपुर व आजमनगर द्वारा इसीसीइ विषय पर प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण के मुख्य उद्देश्य छह वर्ष तक आयु वर्ग के बच्चे के सर्वांगीण विकास, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखरेख स्कूल पूर्व शिक्षा स्वास्थ्य पोषण व खेलकूद के माध्यम से शारीरिक व मानसिक विकास को बढ़ावा देना है. इसीसीइ नीति बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण व मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक आवश्यकताओं के बीच परस्पर सामाजिक व पारिवारिक अनुकूल वातावरण प्रदान करना सहित बच्चों के बेहतरी के लिए कई तरह का प्रावधान किया गया है.
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