भभुआ (नगर) : आधार कार्ड की जरूरत अब हर जगह बढ़ गयी है. सरकारी कार्यों के क्रियान्वयन में आधार कार्ड की मांग हो रही है, जिन लोगों का आधार कार्ड नहीं बन पाया है उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इसके बावजूद जिले में आधार कार्ड बनने की गति काफी धीमी है.
इसका एकमात्र कारण आधार कार्ड बनाने के लिए नियुक्त एजेंसियां हैं. वह इस काम में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रही हैं. इसकी वजह से लोग भी आधार कार्ड बनवाने को लेकर उत्सुक नहीं दिख रहे. शुरुआती दौर में जब आधार कार्ड बनाये जाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, तो कई एजेंसियों ने कांन्ट्रेक्ट पर आधार कार्ड बनवाने का काम लिया. इससे लोगों में काफी उत्सुकता थी. लोग अतिरिक्त पैसा भी खर्च कर आधार कार्ड बनवा रहे थे. समय बीतने के साथ ही इस काम में लगाये गयी विभिन्न एजेंसियां भी अपने हाथ पीछे खींचने लगीं.
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार कैमूर जिले की कुल आबादी 16 लाख 26 हजार नौ सौ 84 है. इसमें अब तक आठ लाख 50 हजार दो सौ तैतीस लोगों का ही आधार कार्ड बन पाया है. जिले में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा अधिकृत ब्लूम सोल्यूशन प्रा. लिमिटेड व सेवेंन्टी सेवन इन्फो सिस्टम द्वारा विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में आधार कार्ड बनाये जा रहे हैं.
लेकिन, अधिकतर प्रखंडों मे आधार कार्ड बनाये जाने की प्रक्रिया तकनीकी दिक्कतों की वजह से बंद है. नेटलिंक निल्सन कंपनी द्वारा जिले के स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में आधार कार्ड बनाया जा रहा है. कुल मिला कर इस वक्त 12 से 13 एजेंसियां आधार कार्ड बनाने का काम कर रही हैं. लेकिन, तकनीकी समस्या की वजह से कई जगहों पर आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया बाधित है.
वहीं विभिन्न एजेंसियों के आइडी प्राप्त कर शहर के कुछ कंप्यूटर दुकानों पर भी आधार कार्ड बनाये जाने की सूचना विभाग को प्राप्त हुई है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, आधार कार्ड बनाये जाने के काम में तेजी लाने के लिए एजेंसी बढ़ाने व काम नहीं करनेवाली एजेंसियों को हटाने के लिए लिखा जायेगा.