किसानों ने चंदा जमा कर करायी राजवाहे की सफाई
नुआंव (कैमूर) : नुआंव प्रखंड मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर पूर्वी क्षेत्र में लगभग हजारों एकड़ भूमि को सिंचित करने वाले अंगरेजों के जमाने में बनी करगहर नहर से निकली कुछिला, दुमदुमा राजवाहे की सफाई नहीं होने से उसमें पेड़, झाड़ व झाड़ियां उग गयी हैं. सफाई के दौरान आठ सांप भी निकले.
जानकारी के अनुसार, राजवाहे की सफाई को लेकर यहां के किसानों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के पास चक्कर लगाया, लेकिन नतीजा नहीं निकला.
कई गांवों को होगा लाभ
क्षेत्र के कई गांवों के खेतों की सिंचाई होगी. किसानों की मानें, तो इस राजवाहे से मुख्य रूप से कुछिला, सारनपुर, गौरा,भटपुरवा, दुमदुमा, करमहरी आदि गांवों के खेतों का पटवन होता है. लेकिन, विभाग से कई बार गुहार लगाने के बावजूद इस राजवाहे की सफाई नहीं करायी गयी.
काम आयी किसानों की पहल
राजवाहे की सफाई को लेकर किसानों ने खुद अपनी कमर कसी तथा लगभग 10 किलोमीटर राजवाहे की सफाई प्रति बीघा 100 रुपये की दर से चंदा कर रविवार को भाड़े पर जेसीबी मंगा सफाई शुरू करायी. परसियां के किसान रामनाथ चौधरी के नेतृत्व में जयशंकर चतुर्वेदी, सुरेंद्र सिंह, अवधेश राय, मंगला राय, ददन यादव, रामाधार चौधरी, विशंभर बिंद, वकील राम, हरिद्वार दुबे आदि ने बताया कि लगभग 10 घंटे कि जेसीबी से खुदाई 850 रुपये प्रति घंटे की दर से दिया जा रहा है
क्या कहते हैं अधिकारी
ब्रिटिश काल के जमाने का निर्मित उक्त राजवाहे की सफाई के संबंध में एक्सयूटिव इंजीनियर श्याम लाल रजक ने बताया कि जानकारी अब मिली है. विभाग के कर्मियों को भेज कर राजवाहे की सफाई करायी जायेगी.