अमित कुमार सिन्हा, भभुआ सदर : अब सदर अस्पताल भभुआ में भी आनेवाले मरीजों का ई हॉस्पिटल के तहत ऑनलाइन इलाज शुरू होगा. सदर अस्पताल के डॉक्टर अब मरीजों को ऑनलाइन परामर्श देंगे. इससे अस्पताल की लंबी लाइन से लोगों को मुक्ति मिलेगी. वहीं, मरीजों का पूरा रिकॉर्ड अस्पताल में मौजूद रहेगा. इसके आधार पर किसी भी अन्य डॉक्टर से परामर्श लेने में आसानी होगी.
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ऑनलाइन कटेगी पर्ची, मरीज की पर्ची पर होगी डॉक्टर की तस्वीर
अमित कुमार सिन्हा, भभुआ सदर : अब सदर अस्पताल भभुआ में भी आनेवाले मरीजों का ई हॉस्पिटल के तहत ऑनलाइन इलाज शुरू होगा. सदर अस्पताल के डॉक्टर अब मरीजों को ऑनलाइन परामर्श देंगे. इससे अस्पताल की लंबी लाइन से लोगों को मुक्ति मिलेगी. वहीं, मरीजों का पूरा रिकॉर्ड अस्पताल में मौजूद रहेगा. इसके आधार पर […]
हफ्ते दो हफ्ते में ऑनलाइन व्यवस्था के शुरू हो जाने से सदर अस्पताल इलाज कराने आनेवाले मरीजों को आपतकालीन स्थिति में इलाज में देर नहीं होगी और मरीज के पर्ची पर उन्हें रोगों पर परामर्श देने वाले डॉक्टर की तस्वीर भी लगी होगी. कारण यह कि अनपढ़, वृद्ध और लाचार मरीज भी पढ़ने नहीं आने के बिना पर पर्ची पर डॉक्टर का फोटो देख कर उसे पहचान सके और उनसे अपना इलाज करवा सकें.
स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और चिकित्सा विभाग बिहार ने कैमूर को देश के ई-हॉस्पिटल नेटवर्क से जोड़ने का फैसला किया है. इसके तहत एक दर्जन से ज्यादा तरह की सुविधाएं ऑनलाइन मिलेंगी. सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार तिवारी ने अस्पताल प्रबंधन को इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए युद्ध स्तर पर काम शुरू करने का निर्देश दिया है.
कंप्यूटर एप्लिकेशन के माध्यम से होगा संचालित : ई-हॉस्पिटल सेवा स्वास्थ्य सुविधा देने वाला एक कंप्यूटर एप्लिकेशन है, जिसकी मदद से हॉस्पिटल का संचालन किया जाता है. इसके माध्यम से अस्पताल के लैब, मेडिकल रिकॉर्ड और मानव संसाधन संबंधी रिकॉर्ड के प्रबंधन में आसानी होती है. वहीं, मरीज का पूरा रिकॉर्ड भी हॉस्पिटल में मौजूद होता है. इसे दूसरे अस्पताल में बैठा डॉक्टर भी आसानी से देख सकता है. इससे मरीजों को इलाज में सहायता मिलती है.
क्या है ई-हॉस्पिटल में खास : ई-हॉस्पिटल का संचालन करनेवाले सभी अस्पताल क्लाउड सर्वर से जुड़े होते हैं. इसके माध्यम से मरीज का रजिस्ट्रेशन, रेडियोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड, लाउंड्री सर्विस, इमरजेंसी रजिस्ट्रेशन, ब्लड बैंक मैनेजमेंट, जन्म और मृत्यु का निबंधन, टेलिमेडिसीन सुविधा, बिलिंग और अकाउंट सेवाएं, पैथ लैब, ऑपरेशन थियेटर मैनेजमेंट, फार्मेसी मैनेजमेंट आदि की सुविधाएं दी जाती है.
कैसे काम करेगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम
सरकारी अस्पतालों में सही समय पर इलाज के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम का उपयोग बहुत ही लाभप्रद साबित होता है. इसके माध्यम से डॉक्टर का अपॉइंटमेंट लिया जाता है.
मरीज को लाइन में खड़े होकर पर्ची कटाने की जरूरत नहीं होती है. ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आपातकालीन स्थिति में मरीज का तुरंत रजिस्ट्रेशन कर सेवा दी जाती है. इस सेवा के तहत मरीज यह भी देख सकते है कि उनके मर्ज का इलाज करनेवाले डॉक्टर किस दिन और किस समय सदर अस्पताल में बैठेंगे. इससे मरीजों और उनके तीमारदारों को अस्पताल आकर लाइन में लगने और मौखिक पूछताछ करने से छुटकारा मिल सकती है.
बोले सीएस
सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में कैमूर को बिहार में नंबर वन जिला बनाने का लक्ष्य है. इस दिशा में विभाग तेजी से काम कर रहा है.
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