भगवानपुर : मंगलवार की रात भगवानपुर गांव में हुए दोहरे हत्याकांड का हत्यारा छोटकन पांडेय उर्फ पंडा का धारदार गड़ासा गुरुवार की सुबह पुलिस ने बरामद किया. मगर, अब भी हत्यारा पुलिस कब्जे से फरार है. बताया जाता है कि ग्रामीणों को सुअरा नदी के निमियाघाट पर शिव मंदिर के पीछे धारदार गंड़ासा मिला है. गंड़ासा मिलने के बाद इसकी तत्काल सूचना ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने खूनी गंड़ासा को कब्जे में थाने ले गयी. पुलिस ने हत्यारे छोटकन पांडेय उर्फ पंडा की पत्नी को थाने बुलाया तथा गड़ासा की पहचान करायी. सिरफिरे की पत्नी चिंता देवी ने दावा किया कि यह वहीं गंड़ासा है, जिससे पति द्वारा हत्या की गयी थी.
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बुधवार की रात पुलिस करती रही छापेमारी
भगवानपुर : मंगलवार की रात भगवानपुर गांव में हुए दोहरे हत्याकांड का हत्यारा छोटकन पांडेय उर्फ पंडा का धारदार गड़ासा गुरुवार की सुबह पुलिस ने बरामद किया. मगर, अब भी हत्यारा पुलिस कब्जे से फरार है. बताया जाता है कि ग्रामीणों को सुअरा नदी के निमियाघाट पर शिव मंदिर के पीछे धारदार गंड़ासा मिला है. […]
गौरतलब है कि मंगलवार की रात को गांव के ही सिरफिरे छोटकन पांडेय ने चंद जमीन के विवाद को लेकर अपने बड़े भाई रामचंद्र पांडेय तथा पड़ोसी जुड़ावन साह को पुलिस द्वारा बरामद किये गये खतरनाक गंड़ासा से गले पर वार करके मौत के घाट उतार दिया गया था और भौजाई पार्वती देवी को बुरी तरह जख्मी कर दिया था. इसके बाद महिला को चिंताजनक स्थिति में वाराणसी रेफर कर दिया गया, जहां इलाज चल रहा है. इधर, घटना के बाद बुधवार की रात पुलिस काफी सक्रिय देखी. थानाध्यक्ष रविकांत के नेतृत्व में सशस्त्र पुलिस बल द्वारा पहाड़ी के तोड़िया दानव क्षेत्र में तथा सुकुल मढैया पर्वत की तराई में सिरफिरे छोटकन पांडेय की खोजबीन जारी रही. इस दौरान थानाध्यक्ष, एएसआई ओपी सिंह को पहाड़ियों में कातिल के संभावित ठिकानों पर छापेमारी करते रहे.
इधर, ग्रामीणों का कहना है कि छोटकन पांडेय सुकुल मडईया पर्वत के तराईयों से गांव के अनेक लोगों को गाली-गलौज करते हुए धमकी दे रहा था. दक्षिण मुहल्ला के लोगों के अनुसार छोटकन पांडेय हाथ में टॉर्च भी लिया था. इसकी रोशनी पहाड़ी के तराईयों में साफ दिख रही थी और उसकी धमकी भरी आवाज को लोगों ने बहुत ध्यान पूर्वक सुना. लोगों ने जब उसका पीछा किया, तो रात के अंधेरे में वह पौधों तथा झाड़ियों में छूप गया. हालांकि, पुलिस ने ग्रामीणों के इस बात को मानने से इन्कार कर दिया. पुलिस के अनुसार ग्रामीण जिसे छोटकन पांडेय समझ रहे थे, वह शुकुल मढैया महादेव मंदिर का साधु था. उसे पुलिस द्वारा करीब रात 11:30 बजे भगवानपुर मसही पुल पर पकड़ लिया गया था तथा उसकी पहचान करने के बाद उक्त साधु को छोड़ दिया गया.
डर से चैन की नींद नहीं सो पा रहे लोग
बीते दिन दर्दनाक घटना के बाद गांव में अनेकों घरों के दरवाजे बंद देखे गये और सिरफिरे कातिल के भय से गांव का कोई भी व्यक्ति बीती रात बाहर नहीं सो सका. इस दौरान देर रात तक ग्रामीण अपने-अपने छतों पर आपस में बीती घटना पर ही चर्चा करते रहे. गुरुवार की शाम तक दाह संस्कार के लिए काफी प्रतीक्षा के बाद मृतक जुड़ावन साह के चारों पुत्र दिल्ली से वापस घर आ गये थे और बर्फ में रखे गये जुड़ावन के मृत शरीर के दाह संस्कार की तैयारी चल रही थी.
पुलिस ने ध्वस्त किये ताड़ी बेचने के अड्डे
भगवानपुर गांव में मंगलवार की रात हुई दर्दनाक घटना के बाद भगवानपुर मुंडेश्वरी पथ के दोनों तरफ ताड़ी के अड्डों को पुलिस ने बुधवार की शाम को आखिरकार ध्वस्त कर दिया. इस दौरान ताड़ी बेचनेवाले के साथ-साथ पीने वाले भी खेतों में भागते नजर आये. इस तरह से पुलिस ने पियक्कड़ों को खूब खदेड़ा तथा नहर के दोनों तरफ लगे कम से कम 20 दुकानों को तहस-नहस कर दिया.
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