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कई घरों में नहीं बना है शौचालय, तो कई अधूरा

जांच के दौरान हैरान एसडीओ ने कहा, कैसे हो गया ओडीएफ घोषित मोहनिया शहर : ओडीएफ घोषित हुए भरखर पंचायत के भरखर गांव में मंगलवार की सुबह मोहनिया एसडीओ शिव कुमार राउत व सीओ राकेश कुमार ने ओडीएफ की जांच करने पहुंचे. जांच में घोषित हुए ओडीएफ पंचायत की पोल ही खुल गयी. इस दौरान […]

जांच के दौरान हैरान एसडीओ ने कहा, कैसे हो गया ओडीएफ घोषित
मोहनिया शहर : ओडीएफ घोषित हुए भरखर पंचायत के भरखर गांव में मंगलवार की सुबह मोहनिया एसडीओ शिव कुमार राउत व सीओ राकेश कुमार ने ओडीएफ की जांच करने पहुंचे. जांच में घोषित हुए ओडीएफ पंचायत की पोल ही खुल गयी. इस दौरान कई ग्रामीण सड़क के किनारे शौच करते देखे गये.
वहीं, गांव में काफी घरों में शौचालय का निर्माण नहीं हुआ, तो काफी घरों में शौचालय का कार्य अधूरा पड़ा है. इसे देख एसडीओ हैरान रह गये और आखिरकार कह ही दिये कि किस परिस्थिति में इस पंचायत को ओडीएफ घोषित कर दिया गया. जांच में पाया गया कि भरखर गांव के वार्ड 10 हरिजन बस्ती में स्थित सड़क के दोनों तरफ शौच फैला था. यहां पैर रखने की जगह तक नहीं है. पूरा सड़क शौच से पटा है.
गौरतलब है कि वार्ड संख्या 10 के दलित बस्ती के ग्रामीण एसडीओ से शिकायत की थी कि हमलोगों का शौचालय नहीं बना है और पंचायत ओडीएफ घोषित हो गया. इस मामले को लेकर मंगलवार को जांच करने एसडीओ और सीओ गये, जहां खुले में शौच करते हुए लोगों को देखा गया. इसके अलावे गांव में कई शौचालय अर्धनिर्मित, तो कई के घरों में शौचालय बना ही नहीं है. इस मामले को लेकर एसडीओ द्वारा जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपने की बात कही.
भरखर व पानापुर पंचायतें हैं ओडीएफ
मोहनिया प्रखंड की भरखर व पानापुर पंचायत को ओडीएफ घोषित किया गया है. लेकिन, जांच के दौरान भरखर में यह मामला सामने आया कि सरकार के फंड लेने के लिए ओडीएफ घोषित किया गया है. ओडीएफ घोषित किये जाने का फायदा पंचायत में नहीं देखने को मिला. जांच के दौरान ग्रामीणों से एसडीओ ने शौचालय निर्माण व ओडीएफ घोषित से संबंधित जानकारी ली. इसमें एसडीओ को जानकारी मिली कि फंड के लिए पंचायत को ओडीएफ घोषित किया गया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
एसडीओ शिवकुमार राउत ने बताया कि भरखर पंचायत के दलित बस्ती के ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गयी थी कि ओडीएफ घोषित हो गया है और शौचालय नहीं बना है. इस पर जांच की गयी, तो पाया गया आधा से अधिक लोगों के घरों में ही शौचालय बना है. कई घरों में अधूरा है, तो कई घरों में शौचालय बना ही नहीं है.
वार्ड 10 के बस्ती में सड़क के दोनों किनारा गंदगी से पटा था. आखिर शौचालय निर्माण पूरा नहीं होने के बाद भी कैसे ओडीएफ घोषित किया गया. इसकी रिपोर्ट बना कर डीएम को सौंपा जायेगा. सभी मामले की जानकारी के लिए मुखिया को बुलाया गया, तो उन्होंने बताया कि नाली के निर्माण कराना है. नाली निर्माण नहीं होने के कारण कुछ शौचालय चालू नहीं हो सका है, जिसे दो माह में सभी अधूरा शौचालय को पूरा करने का मुखिया द्वारा आश्वासन दिया गया. दो माह बाद पुनः जांच करेंगे.

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