आक्रोश. बीएड के छात्र-छात्राओं ने टीइटी परीक्षा में शामिल करने के लिए दिखाये तेवर
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स्टेशन पर रोकीं ट्रेनें, किया प्रदर्शन
आक्रोश. बीएड के छात्र-छात्राओं ने टीइटी परीक्षा में शामिल करने के लिए दिखाये तेवर आइसा के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने किया आंदोलन डीइओ को सौंपा तीन सूत्री मांगों का ज्ञापन जहानाबाद : टीइटी से जोड़ो नहीं तो गद्दी छोड़ो, हर साल शिक्षक पात्रता परीक्षा की गारंटी करो’ समेत सरकार विरोधी अन्य कई नारे लगाते हुए […]
आइसा के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने किया आंदोलन
डीइओ को सौंपा तीन सूत्री मांगों का ज्ञापन
जहानाबाद : टीइटी से जोड़ो नहीं तो गद्दी छोड़ो, हर साल शिक्षक पात्रता परीक्षा की गारंटी करो’ समेत सरकार विरोधी अन्य कई नारे लगाते हुए छात्र-छात्राओं ने सोमवार को सड़क पर उतर कर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. राज्यव्यापी आंदोलन के तहत छात्र संगठन आइसा के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने शहर में जुलूस निकाला, सड़क जाम किया और जहानाबाद स्टेशन पर दो पैसेंजर ट्रेनो को रोका. छात्रों के इस आंदोलन से सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ा. छात्र-छात्राओं ने अरवल मोड़ से आक्रोश मार्च निकाला.
झंडे बैनर के साथ जुलूस में शामिल लोग काको मोड़ पहुंच कर सड़क जाम कर दिया, जिससे कुछ देर के लिए एनएच 83 और एनएच 110 पर वाहनों का आवागमन ठप हो गया. लग्न के कारण सड़क की दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी. जुलूस और प्रदर्शन में सत्र 2016-18 के बीएड के प्रशिक्षणरत छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में शामिल थे. उनकी मुख्य मांग है कि इसी वर्ष होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीइटी) में शामिल होने का उन्हें मौका दिया जाये.
सरकार पर लगाया भेदभाव व मनमानी का आरोप : आइसा के नेताओं और आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं ने इस दौरान कहा कि बीएड के प्रशिक्षणरत विद्यार्थियों के साथ नीतीश सरकार अन्याय कर रही है. सरकार का रवैया विद्यार्थी और शिक्षा विरोधी है. शिक्षा व्यवस्था का कचूमर निकाल दिया है. यह भी कहा कि इंजीनियरिंग समेत अन्य कई शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को कैंपस में ही फाइनल डिग्री के पहले नौकरी हेतु चयन हो जाता है, लेकिन टीइटी की इस वर्ष होने वाली परीक्षा से सत्र 2016-18 के बीएड के छात्र-छात्राओं को वंचित कर दिया गया है. यह सरकार की मनमानी और भेदभाव का परिचायक है. छात्र-छात्राएं प्रशिक्षणरत विद्यार्थियों को टीइटी की परीक्षा में शामिल करने, हर साल शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित करने और सभी सीटों की संख्या सार्वजनिक करने की मांग कर रहे थे. आइसा के जिला संयोजक आदेश कुमार चतुर्वेदी के अलावा पंकज कुमार, राज अमृत, शाकिर रजा, राकेश कुमार, सरस्वती कुमारी, पूजा कुमारी, चांदनी कुमारी, श्वेता कुमारी, दीपक कुमार, जितेंद्र कुमार समेत संगठन से जुड़े कई छात्र-छात्राएं प्रदर्शन में शामिल थे. इन लोगों ने साफ कहा है कि टीइटी परीक्षा में शामिल करने और आवेदन की तिथि बढ़ाने के लिए संघर्ष जारी रहेगा.
ट्रेनों का बाधित हुआ 20 मिनट परिचालन
काको मोड़ पर सड़क जाम समाप्त करने के बाद प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं का हुजूम रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया. वहां प्लेटफाॅर्म नं एक और दो पर आनेवाली दो पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन बाधित किया. प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर पहले से जमे थे. उक्त दोनों ट्रेनों के आने के बाद लोग नारे लगाते हुए इंजन के आगे खड़े हो गये ओर अपनी मांगों से संबंधित नारे लगाये. इस दौरान तकरीबन 20 मिनट तक पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ. रेल पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझा कर वहां से हटाया.
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