समस्या. योजना अधूरी, पेयजल के लिए मुहल्लेवासियों की बढ़ी परेशानी
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कई मुहल्लों में नहीं बिछी पाइप लाइन
समस्या. योजना अधूरी, पेयजल के लिए मुहल्लेवासियों की बढ़ी परेशानी जहां बिछाये गये पाइप वहां बरबाद हो रहा पानी घरों के पास तक मानक के मुताबिक नहीं किये गये कार्य जहानाबाद : गरमी की तपिश तेज हो गयी है. लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. तेज पछुआ हवाओं का प्रवाह लोगों के हलक सूखा […]
जहां बिछाये गये पाइप वहां बरबाद हो रहा पानी
घरों के पास तक मानक के मुताबिक नहीं किये गये कार्य
जहानाबाद : गरमी की तपिश तेज हो गयी है. लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. तेज पछुआ हवाओं का प्रवाह लोगों के हलक सूखा रहा है. शहर में पेयजल की समस्या उभरने लगी है. इसके कई कारण हैं. एक तो कि जल स्तर का नीचे जाना, इसके अलावा मुहल्लों में आवश्यक रखरखाव के अभाव में चापाकलों का खराब रहना, गरीब परिवारों के घर में चापाकल या नल की सुविधा नहीं रहना और सबसे बड़ी समस्या है जल पर्षद के द्वारा शहर के गली मुहल्लों में जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाने में लापरवाही बरतना. वर्तमान समय में स्थिति यह है कि शहर के विभिन्न वार्डों में पाइप लाइन बिछाने की योजना अधूरी पड़ी हुई है.
मुहल्ले के लोग सरकारी पेयजल की सुविधा से वंचित हो रहे हैं. जिन लोगों के घरों में चापाकल नहीं है वैसे परिवारों को आस लगी थी कि गरमी शुरू होने के पूर्व उनकी गली में पाइप लाइन बिछ जायेगी और उसका कनेक्शन घर में लगा लेने पर उन्हें पेयजल संकट से नहीं जूझना पड़ेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जल पर्षद के द्वारा पाइप लाइन बिछाने में संबंधित संवेदकों ने लापरवाही बरत रखी है. शहर के वार्ड 25 का प्यारी मुहल्ला हो या कुटिया पर के सामने की गली या फिर नगर पर्षद के अन्य वार्डों की गलियां, कमोवेश कई वार्डों में पूर्ण रूप से पाइप नहीं बिछाये जाने से लोगों के समक्ष पेयजल की समस्या है. इसकी शिकायत आम लोगों के अलावा वार्ड पार्षदों ने भी नगर पर्षद प्रशासन से की है.
अव्यवस्था से बरबाद हो रहा पानी :शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति पाइप बिछाने में निर्धारित मानकों का ख्याल नहीं रखे जाने की शिकायतें लगातार मिल रही है. बताया गया है कि गलियों में पाइप लाइन बिछाने के बाद मेन पाइप से करीब 22 फिट की दूरी तक पाइप ले जाने का प्रावधान है, ताकि उसके बाद लोग अपने घरों तक कनेक्शन कर पाइप नल से जलापूर्ति का लाभ उठा सकें. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. बीच में ही पाइप छोड़ देने और उसमें पानी की आपूर्ति कर दिये जाने से पानी व्यर्थ में बरबाद हो रहा है. देवरिया मुहल्ला में इस तरह की अव्यवस्था से पेयजल नाहक बरबाद हो रहा है.
बहरहाल जिनकी गलियों में पाइप नहीं बिछायी गयी है वैसे लोगों ने मांग किया है कि यथा शीघ्र योजना को पूरी की जाये अन्यथा पेयजल संकट से जूझ रहे लोग सड़क पर उतर जायेंगे. गरमी शुरू होते ही लोगों को पानी की समस्या सताने लगी है.
बेकार पड़े हैं कई चापाकल
दिनों दिन तापमान बढ़ता जा रहा है. पारा अभी ही 41 डिग्री तक पहुंच गया है. जल स्तर नीचे की ओर जा रहा है जिसका असर चापाकलों पर पड़ रहा है. भू-गर्भीय जल स्तर के नीचे जाने से शहरी क्षेत्र में ही कम से कम पचास चापाकलों ने पानी देना बंद कर दिया है. कई चापाकल साधारण मरम्मत के अभाव में बेकार हो चुका है. चापाकलों के खराब रहने, जल स्तर के खिसकने और जलापूर्ति पाइप व्यवस्था सुदृढ़ नहीं रहने के कारण गरमी के शुरुआती दौर में ही लोगों में पेयजल के लिए बेचैनी होने लगी है. अनुमान लगाया जा रहा है कि तापमान में और वृद्धि होगी. यदि खराब पड़े चापाकलों को शीघ्र दुरुस्त नहीं की गयी और मुहल्लों में पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा नहीं हुआ तो इस बार जल संकट गंभीर हो सकता है.
जिम्मेवारी पूरा करने की दी है सलाह
नगर पर्षद क्षेत्र के वार्डों में पाइप लाइन बिछाने का काम पूर्ण रूप से पूरा नहीं हुआ है. मुहल्ले के लोगों और वार्ड पार्षदों ने ऐसी शिकायतें की है. इस आलोक में जल पर्षद के अभियंता को जिम्मेवारियों का शीघ्र पूरा करने के लिए कहा गया है, ताकि गरमी के इस मौसम में लोग पेयजल की सुविधा का लाभ ले सकें. खराब हालत वाले चापाकलों को भी दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है.
संजीव कुमार कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद
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