डीएम ने केंद्रीय विद्यालय में डी वर्मिंग प्रोग्राम का किया उद्घाटन
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चार लाख से अधिक बच्चों को खिलायी जायेगी दवा
डीएम ने केंद्रीय विद्यालय में डी वर्मिंग प्रोग्राम का किया उद्घाटन आज सभी विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जायेगी दवा जहानाबाद नगर : कृमि संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले के सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में शुक्रवार को कृमि नियंत्रण की दवा बच्चों को खिलायी जायेगी. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत […]
आज सभी विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जायेगी दवा
जहानाबाद नगर : कृमि संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले के सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में शुक्रवार को कृमि नियंत्रण की दवा बच्चों को खिलायी जायेगी. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत चलाये जा रहे इस अभियान के दौरान 19 वर्ष तक के 4 लाख 95 हजार 251 बच्चों को कृमि नियंत्रण की दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस कार्यक्रम का उद्घाटन गुरुवार को जिला पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने केंद्रीय विद्यालय परिसर में बच्चों को अलवेंडाजॉल की दवा खिलाकर किया. इस मौके पर उन्होंने बच्चों को कृमि मुक्त बनाने में शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि
बच्चों को दवा निश्चित रूप से खिलायें. बच्चों में अक्सर पेट दर्द आदि की शिकायत रहती है. इस दवा से इस प्रकार की शिकायतें दूर हो जायेगी. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी अभियान की सफलता पर नजर रखने को कहा. कृमि से छुटकारा, सेहतमंद भविष्य हमारा स्लोगन के साथ शुरू हुआ राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर दवा खिलाने के लिए जिले के सभी सरकारी एवं गैरसरकारी स्कूलों के तीन लाख 7 हजार 387 बच्चों को लक्षित किया गया है. वही आंगनबाड़ी केंद्रों के एक लाख 62 हजार 682 बच्चों के साथ 25 हजार 182 वैसे बच्चों को लक्षित किया गया है जो पढ़ने नहीं जाते हैं. इस संबंध में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ वृज नंदन शर्मा ने बताया कि इस अभियान के तहत दो वर्ष तक के बच्चों को अलवेंडाजॉल की आधी गोली पीसकर पानी में घोलकर दी जायेगी, जबकि दो से 19 वर्ष तक के बच्चों को एक गोली पानी के साथ दी जायेगी. 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जो बच्चे दवा खाने से वंचित रह जायेंगे उन्हें 15 फरवरी को अलवेंडाजॉल की दवा दी जायेगी. उन्होंने बताया कि प्रत्येक गांव में आशा एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा बच्चों की लिस्ट तैयार किया गया है वहीं सभी आंगनबाड़ी सेविका एवं विद्यालय के प्रधानाध्यापक को इस संबंध में प्रशिक्षित किया गया है.
कृमि संक्रमण की रोकथाम के उपाय –
नाखून साफ एवं छोटे रखें
हमेशा साफ पानी पीयें
खाने को ढक कर रखें
साफ पानी में फल व सब्जियां धोये
अपने हाथ साबुन से धोये, विशेषकर खाने से पहले और शौच जाने के बाद
आसपास सफाई रखें
जूते पहनें
खुले में शौच न करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें
कृमि संक्रमण के हानिकारक प्रभाव –
खून की कमी
कुपोषण
भूख न लगना
कमजोरी व बेचैनी
पेट में दर्द, मितली, उलटी और दस्त आना
वजन में कमी आना
कृमि संक्रमण के मुख्य कारण –
नंगे पैर खेलने से
बिना हाथ धोये खाना खाने से
खुले में शौच करने से
साफ-सफाई नहीं रखने से
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