जहानाबाद : अमूमन सड़कों पर सफर करने वाले हर शख्स की सोच होती है कि रफ्तार भरी जिंदगी के सफर में सबसे आगे कैसे निकल जायें. यही सोच आये दिन एंबुलेंस से अस्पताल जा रहे गंभीर रोग से ग्रस्त मरीजों के लिए मौत का पैगाम छोड़ जा रहा. आगे निकलने की होड़ में पीछे वाले की परवाह नहीं कर रहे लोग. चाहे एंबुलेंस का सायरन बज रहा हो या इमरजेंसी में साइड मांग रहे गाड़ियों की तेज हॉर्न. इसे सुनने का धैर्य अब नहीं रहा लोगों में जिसका खामियाजा एंबुलेंस से इलाज को जा रहे मरीजों को जान देकर उठानी पड़ रही है.
जरूरत है सोच बदलने की और सड़क पर जा रहे एंबुलेंस को रास्ता देने की. आये दिन सड़क जाम में फंसने वाले एंबुलेंस में सवार इलाज के लिए तड़प रहे मरीजों की हालत और उसके परिजनों की चित्कार को नजदीक से निहारने पर आपको स्वयं कष्ट का अंदाजा हो जायेगा. कई बार ऐसा देखा गया है कि गंभीर रूप से घायल मरीज को बेहतर इलाज के लिए एंबुलेंस से पीएमसीएच जाने के क्रम में रास्ते में ही मौत हो गयी है.
कारण पूछने पर पता चलता है कि सड़क जाम के कारण मरीज का अत्यधिक रक्तस्राव हो गया और मरीज की मौत हो गयी. लिहाजा हमें जाम की स्थिति में भी स्वयं संयमित होकर एंबुलेंस को सड़क पर जरूर रास्ता दे देना चाहिए .