नर्सिंग होम में की गयी छापेमारी
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कार्रवाई . संचालक सहित सभी कर्मी फरार, एडमिट मरीजों से की गयी पूछताछ
नर्सिंग होम में की गयी छापेमारी अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई शुरू हुई. लगातार मिल रही शिकायतों पर अनुमंडल पदाधिकारी डाॅ. नवल किशोर चौधरी के नेतृत्व में सदर अस्पताल के समीप विंध्यवासिनी मार्केट में संचालित एक नर्सिंग में छापेमारी की गयी. भनक लगते ही संचालक सहित सभी कर्मी फरार हो गये. जहानाबादनगर […]
अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई शुरू हुई. लगातार मिल रही शिकायतों पर अनुमंडल पदाधिकारी डाॅ. नवल किशोर चौधरी के नेतृत्व में सदर अस्पताल के समीप विंध्यवासिनी मार्केट में संचालित एक नर्सिंग में छापेमारी की गयी. भनक लगते ही संचालक सहित सभी कर्मी फरार हो गये.
जहानाबादनगर :जिला मुख्यालय में मकड़जाल की तरह फैले अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई शुरू हुई. नामी-गिरामी चिकित्सकों का बोर्ड लगाकर संचालित इन अवैध नर्सिंग होम द्वारा मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था. साथ ही दलालों के माध्यम से सदर अस्पताल के मरीज को लाकर इलाज के नाम पर उनका दोहन किया जा रहा है. लगातार मिल रही शिकायतों पर अनुमंडल पदाधिकारी डाॅ. नवल किशोर चौधरी के नेतृत्व में सदर अस्पताल के समीप विंध्यवासिनी मार्केट में संचालित एक नर्सिंग में छापेमारी की गयी.
छापेमारी की भनक लगते ही संचालक सहित सभी कर्मी मरीजों को एक कमरे में बंद कर फरार हो गये. छापेमारी टीम जब नर्सिंग होम में पहुंचा तो वहां कुछ भी नजर नहीं आया. हालांकि जब कमरे को खोला गया तो उसमें तीन मरीज मिले जिसमें एक को अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया गया था. जबकि एक को बड़ा ऑपरेशन तथा एक अन्य को ऑपरेशन किया गया था. लेकिन इन मरीजों को देखने वाला कोई नहीं था. अनुमंडल पदाधिकारी ने जब मरीजों से पुछताछ की तो एक मरीज, बारा टोला काको निवासी बसंती देवी ने बताया कि उसे बड़ा ऑपरेशन किया गया है.
जबकि उसका बच्चा अस्पताल में एसएनसीयू में भरती है. उक्त महिला का कहना है कि सोमवार की रात वह प्रसव कराने के लिए सदर अस्पताल आयी थी. अस्पताल में कार्यरत कर्मियों ने उसे इलाज करने के बजाय रेफर कर दिया . इसी दौरान उसे कुछ महिलाओं ने बेहतर इलाज के नाम पर यहां पहुंचा दिया. कुछ इसी तरह का बयान अन्य मरीजों ने भी दिया. मरीजों से पुछताछ के आधार पर बगल मे संचालित कम्प्यूटर सेंटर से एक महिला को पकड़ा गया, जिसे मरीजों ने संचालक का सहयोगी बताया. छापेमारी के क्रम में ही एक अन्य महिला दो मरीज को लेकर वहां पहुंची. पुछताछ से पता चला की वह मरीज लाने का काम करती है. उस महिला को भी हिरासत में लिया गया. साथ ही उसके साथ रहे मरीजों से पुछताछ में पता चला कि उसे नया टोला के एक नर्सिंग सेंटर से लाया गया है. मरीजों से पुछताछ में पता चला कि संजू नामक एक महिला द्वारा उक्त नर्सिंग होम का संचालन किया जाता है. छापेमारी के दौरान ही एक महिला मरीज दर्द से तड़पने लगी, जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया. नर्सिंग होम के अन्य कमरे का ताला तोड़वा उसकी जांच की गयी. इस दौरान महिला थानाध्यक्ष को बुलाकर हिरासत में लिये गये महिलाओं को थाना भेजा गया. वहीं नगर थानाध्यक्ष की मौजूदगी में नर्सिंग होम में जब्त सामानों की सूची बनायी गयी तथा नर्सिंग होम को सील कर दिया गया.
एसडीओ ने कहा-जारी रहेगी छापेमारी
अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम में छापेमारी के बाद अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा. मरीजों की जिंदगी के साथ किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि अस्पताल में इलाज कराने आने वाले भोले-भाले मरीजों को दलालों के माध्यम से बहला-फुसलाकर ऐसे नर्सिंग होम में पहुंचा दिया जाता है, जहां इलाज के नाम पर उनका दोहन किया जाता है. उन्होंने कहा कि दलालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
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