18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शक्षिकों की कमी से पढ़ाई पर असर

शिक्षकों की कमी से पढ़ाई पर असर घोसी. उच्च विद्यालय घोसी में शिक्षकों के कमी से छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. विद्यालय में कई उपयोगी विषयों के शिक्षक नहीं हैं जबकि माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक दोनों को मिलाकर कुल अठारह शिक्षक हैं. जिसमें प्लस टू में चार विषयों के शिक्षक हैं जबकि […]

शिक्षकों की कमी से पढ़ाई पर असर घोसी. उच्च विद्यालय घोसी में शिक्षकों के कमी से छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. विद्यालय में कई उपयोगी विषयों के शिक्षक नहीं हैं जबकि माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक दोनों को मिलाकर कुल अठारह शिक्षक हैं. जिसमें प्लस टू में चार विषयों के शिक्षक हैं जबकि गणित, विज्ञान, अंग्रेजी जैसे विषयों के शिक्षक नहीं हैं.वहीं प्लस टू में 12वीं में छात्र -छात्रा मिलाकर कुल चार ही हैं. 12वीं साइंस में कुल 10 छात्र -छात्राएं हैं ग्यारहवीं में 13 साइंस 12 इंटर कला की छात्र-छात्राएं हैं. माध्यमिक में विद्यालय के स्वीकृत पद 16+1 शिक्षकों का है. दशम् वर्ग में छात्र 334, लड़की 298 है कुल 632 छात्रों का नामांकन है.अभी वर्तमान में 14 शिक्षक हैं. जिसमें 12 नियोजित शिक्षक, दो नियमित शिक्षक हैं. कंप्यूटर शिक्षक विद्यालय में नहीं हैं. छात्र रौशन कुमार ने बताया कि जिस विषय के शिक्षक नहीं हैं उस विषय की पढ़ाई घर पर ही करते हैं या फिर दोस्त से मदद लेते हैं. वहीं सुखेंद्र कुमार ने बताया कि घर पर ही कोर्स पूरा करने का प्रयास करते हैं ओर कोचिंग से पूरा करते हैं. उमा कुमारी बतातीं हैं कि अंगरेजी की पढ़ाई के लिए कोचिंग या टयूशन करना पड़ता है. नंदनी कुमारी कहतीं हैं कि पढ़ाई पूरी करने के लिए कोचिंग करने के अलावा घर पर भी पढ़ाई कर कोर्स पूरा करती हूं. नौ कमरा में शिक्षण का कार्य होता है जबकि छह कमराें में विज्ञान लैब, कंप्यूटर लैब,कॉमन रूम, एक प्रधानाध्यापक का कक्ष है. विद्यालय में पेयजल के लिए चार चापाकल हैं, दो बाशरूम हैं. आदेशपाल चार में से तीन ही हैं. क्लर्क का पद दो है परन्तु दो तीन वर्ष से एक भी क्लर्क नहीं हैं. विद्यालय की चाहरदीवारी दोनों तरफ टुटा हुआ है, बच्चों के बैठने के लिए बेंच की समस्या है. प्रधानाध्यापक शर्मानंद शर्मा ने बताया कि जो शिक्षक दशम वर्ग में पढ़ाते हैं वही कुछ शिक्षक मिलकर व्यवस्था के अनुकूल बेहतर करते हैं कमियों को धीरे धीरे दूर किया जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें