जहानाबाद : लगभग सात सौ टेंपो जिले के विभिन्न मार्गों पर दौड़ रहे हैं. इसमें फोर स्ट्राॅक वाले पांच सौ टेंपो ऐसे हैं जो नगर सेवा के रूप में संचालित हो रहे हैं. पियाजिओ टेंपो की संख्या करीब दो सौ हैं. जो ग्रामीण पथों पर संचालित हैं. इनमें अधिकांश टेंपो के परिचालन में रसोइ गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है जो परिचालन नियमों का उल्लंघन है.
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सड़कों पर दौड़ रहे रसोई गैस चालित टेंपो
जहानाबाद : लगभग सात सौ टेंपो जिले के विभिन्न मार्गों पर दौड़ रहे हैं. इसमें फोर स्ट्राॅक वाले पांच सौ टेंपो ऐसे हैं जो नगर सेवा के रूप में संचालित हो रहे हैं. पियाजिओ टेंपो की संख्या करीब दो सौ हैं. जो ग्रामीण पथों पर संचालित हैं. इनमें अधिकांश टेंपो के परिचालन में रसोइ गैस […]
बढ़ रही है रसोइ गैस की कालाबाजारी : वाहनों के परिचालन में पेट्रोल-डीलल की कीमत बचाने के लिए कई चालक इन दिनों अपने-अपने टेंपो में किट्स लगाकर गैस का उपयोग कर रहे हैं. गैस चालित वाहनें शहर के काको मोड़ से कलेक्ट्रेट और सिविल कोर्ट तक सरपट दौड़ाये जा रहे हैं. ऐसे चालकों को रसोइ गैस कहां से मिल जाते हैं,
यह जांच का विषय है. वैसे कहा जाता है कि रसोइ गैस का अवैध धंधा करने वालों से टेंपो चालकों की साठ-गांठ रहती है. तभी तो किसी को घर में खाना बनाने के लिए पूरे माह के लिए गैस नहीं रहती और इधर गाड़ी चलाने के लिए गैस की कमी महसूस नहीं होती. वर्त्तमान समय में शहर में जो नगर सेवा टेंपो का परिचालन हो रहा है.
उसमें एक बड़ी समस्या है गति पर नियंत्रण नहीं रखना. कई चालक ऐसे हैं जो अवयस्क हैं. उनके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होता. बावजूद इसके ऐसे चालक अनियंत्रित गति से गाड़ी दौड़ाते हैं. ऐसी हालत में उस पर सवार यात्री भयभीत रहते हैं. उन्हें दुर्घटना की चिंता सताते रहती है. जब तक वे अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच जाते हैं तब तक उन्हें इसका गहरा मलाल रहता है कि वे ऐसे ड्राइवर की गाड़ी पर क्यों बैठ गये.
लहरियाकट गाड़ी चलाते हैं रंगरूट : जहां पाइए टेंपो रोक दीजिए. यात्रि बिठाइए उतारिए. कोई क्या बिगाड़ लेगा. सड़क जाम होता है तो होने दो. इन सभी गंभीर मामलों की परवाह किये बगैर कई चालक बेतरतीब ढंग से वाहन चलाते हैं. कई अवयस्क चालक तो ऐसे हैं जो यूं ही गाडि़यां दौड़ाते रहते हैं वो भी लहरियाकट स्टाइल में.
गाड़ी पर बैठ जाते हैं. दो-तीन रंगरूट टेंपो चालक और मटरगश्ती करते फिरते हैं शहर के व्यस्त एन एच 83 पर. शाम के बाद रात 10 बजे तक इस तरह के नजारे देखे जा सकते हैं. ऐसे चालकों को पेट्रोल की बढ़ी कीमत की तनिक भी परवाह नहीं होती. क्योंकि उनके वाहन में रसोई गैस का जो इस्तेमाल होता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
ऐसी सूचनाएं मिली है जिसके अालोक में सड़क मार्गों पर जांच अभियान चलाया जाता है. अक्सर अवैध ढंग से संचालित टेंपो पकड़े जाते हैं. रसोइ गैस से गाड़ी चलाने वाले पकड़े गये चालकों से जुर्माना वसूल की गयी है. न्यूनतम दो हजार और अधिकतम पांच हजार रुपये जुर्माना किये जाने का प्रावधान है. टेंपो संचालन किये जाने के विरुद्ध अभियान तेज किया जायेगा.
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