जहानाबाद(नगर) : गैस कंपनियों ने 31 दिसंबर तक उपभोक्ताओं को आधार कार्ड से जोड़ने का फरमान जारी कर रखा है. खबर मिलते ही लोग एक बार फिर से आधार कार्ड बनवाने चल पड़े हैं. डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर ऑफ एलपीजी स्कीम का लाभ लेने के लिए लोगों के बीच आधार कार्ड बनवाने की होड़ मची है.
उन्हें अभी से ही सब्सिडी नहीं मिलने की चिंता सताने लगी है. नतीजतन आधार कार्ड बनवाने के लिए सभी काम-धाम छोड़कर तन-मन से जुट गये हैं. गांव देहातों में भी हल्ला मचा है. ग्रामीण लोग शहरी बाबू से हाल-चाल लेते-लेते इसकी चर्चा करना नहीं भूल रहे. शायद कंपनियों द्वारा तय सीमा अवधि भले ही बढ़ा दिया जाय मगर फिलहाल 31 दिसंबर लोगों के मन-मस्तिष्क में मंडराने लगा है. जिले में करीब 51 हजार से अधिक गैस उपभोक्ता हैं .
इसमें 42 हजार से अधिक उपभोक्ताओं द्वारा पहल योजना का लाभ लिया जा रहा है . इसमें अधिकांश उपभोक्ता बैंक खाता के माध्यम से पहल योजना से जुड़े हुए हैं. करीब 10 हजार उपभोक्ता ही ऐसे हैं जो आधार कार्ड के माध्यम से पहल योजना का लाभ ले रहे हैं. ऐसे में इन उपभोक्ताओं के समक्ष यह समस्या उत्पन्न हो गयी है कि वे आधार कार्ड के माध्यम से पहल योजना से जुड़ें. जिले में नौ हजार 392 उपभोक्ता आज भी ऐसे हैं जो सब्सिडी का लाभ लेने से वंचित हैं . इन उपभोक्ताओं को भी सब्सिडी का लाभ लेने के लिए आधार से लिंक्ड होना होगा .
47 प्रतिशत लोगों का बना है आधार कार्ड : जिले की जनसंख्या 10 लाख से अधिक है . लेकिन अब तक मात्र 47 प्रतिशत लोगों का ही आधार कार्ड बन पाया है . आधार कार्ड बनाने के लिए जिले में चार कंपनियां काम कर रही हैं . इन कंपनियों का 40 से अधिक केंद्र जिले में संचालित हैं. जहां आधार कार्ड बनाया जा रहा है.
जिले में सहज वसुधा केंद्रों द्वारा 17 केंद्रों का संचालन किया जा रहा है . जहां आधार कार्ड बनाया जाता है . इसके अलावा ब्लुम , विप्रो तथा वेदाबाग नामक कंपनी के भी कई केंद्र संचालित हैं .
आधार बनाने की प्रक्रिया : आधार कार्ड बनाने के लिए किसी लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ता है . कोई भी भारतीय नागरिक पहचान पत्र या आवासीय प्रमाण-पत्र के साथ आधार निर्माण के लिए खुले केंद्र पर जाकर अपना आधार कार्ड बनवा सकते हैं. आधार कार्ड बनवाने के लिए कोई राशि भी खर्च नहीं करनी पड़ती है .
जिले में अब तक 4 लाख 95 हजार 646 लोगों का आधार कार्ड बन गया है . हालांकि आधार कार्ड में गड़बड़ी होने पर उसे सुधरवाने में 20 रुपये खर्च करना पड़ता है.