जहानाबाद(नगर) : दीपावली का दिन जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है पटाखों की बिक्री भी तेज होती जा रही है. दीपावली को यादगार बनाने में पटाखों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए इसकी बिक्री के लिए शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में दर्जनों दुकानें सज गयी है.
वह भी बिना लाइसेंस के. हद तो यह है कि शहर की तंग गलियों तथा भीड़भाड़ वाले इलाकों में खुलेआम पटाखों की बिक्री की जा रही है. इन दुकानों पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नजर नहीं आते हैं.
ऐसे में ये दुकानें खुशी देने के बजाय हादसे को अधिक आमंत्रण देता नजर आ रहा है. जिला प्रशासन द्वारा इस बार अब तक एक भी लाइसेंस पटाखा दुकान के लिए निर्गत नहीं किया गया है. हालांकि करीब 25 लाइसेंस धारियों द्वारा अपने लाइसेंस रिन्यूवल के लिए आवेदन दिया गया है. लेकिन इस पर भी अब तक निर्णय नहीं लिया गया है.
पटाखा दुकान के लिए क्या हैं नियम:जिला प्रशासन द्वारा जिन दुकानों को पटाखा बिक्री के लिए लाइसेंस दिया जाता है. उन्हें कई नियमों का पालन करना पड़ता है. सार्वजनिक या भीड़भाड़ वाली जगहों पर दुकान नहीं होनी चाहिए. दुकान पर अग्निशामक यंत्र रखना अनिवार्य है. साथ ही दुकान पर ड्राम में पानी, बालू एवं कंबल रखना है.
लेकिन शहर में एक भी पटाखा दुकानदार द्वारा इन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है. वे अवैध तरीके से पटाखा बेच मालामाल होने में लगे हैं. कई बार हो चुका है हादसा : अवैध रूप से पटाखा बेचे जाने के कारण शहर में कई बार हादसा हो चुका है. शहर के पंचमहल्ला मोहल्ले में एक पटाखा गोदाम में कुछ वर्ष पूर्व आग लग जाने से बड़ा हादसा हुआ था. वहीं शिवाजी पथ में संचालित पटाखा दुकान में पिछले वर्ष बिजली का तार टूटकर गिर जाने से हादसा हुआ था.
दोनों घटनाओं में निर्दोषों की जान जा चुकी है. लाइसेंस रिन्यूवल के लिए 25 ने दिया आवेदन :शहर में पटाखा दुकान संचालन को लेकर 25 लोगों द्वारा लाइसेंस के लिए आवेदन दिया गया है.
सभी के पास पूर्व से लाइसेंस है लेकिन उसका रिन्यूवल नहीं हुआ है. जिला प्रशासन द्वारा अब तक एक भी लाइसेंस का रिन्यूवल नहीं किया गया है और न ही कोई नया लाइसेंस ही निर्गत किया गया है. जिले में पटाखों के संग्रहण एवं बिक्री की अनुज्ञप्ति निर्गत करने के लिए अपर समाहर्ता को प्राधिकृत किया गया है.