जहानाबाद (नगर). : जिले का ऐतिहासिक पर्यटक स्थल बाबा सिद्धेश्वरनाथ की नगरी में 01 अगस्त से बोलबम का जयकारा गुंजने लगेगा. यूं तो यहां सालों भर भक्तों की भीड़ लगी रहती है. प्रत्येक सोमवार, त्रयोदशी और पूर्णिमा के दिन हजारों की संख्या में भक्त जलाभिषेक करने बाबा के दरबार में पहुंचते हैं, लेकिन सावन का महीना शिवभक्तों के लिए खास होता है. श्रवणी मेला में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा की नगरी आते हैं.
मेले के दौरान प्रतिदिन हजारों की संख्या में शिव भक्त पटना के गंगाघाट से जल भर कर बाबा पर जलाभिषेक करने पहुंचते हैं. बराबर आनेवाले शिवभक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं. लोक धारणाओं के अनुसार बराबर पहाड़ी का संबंध महाभारत कालीन वाणासुर से है.
बाणकी नगरी होने के कारण इसे वाणावर कहा जाता है. वैसे तो बराबर पहाड़ी में ग्रेनाइट के बड़े-बड़े शिला हैं, लेकिन यहां के सतघरवा गुफा की ख्याति देश-दुनिया में है. ऐसा माना जाता है कि इसका निर्माण तीसरी सदी ई. पूर्व में मौर्य शासक अशोक महान एवं उनके पौत्र दशरथ ने कराया और आजीवक संप्रदाय के भिक्षुओं को दान कर दिया था. बराबर पहाड़ी पर स्थित बाबा सिद्धेश्वरनाथ मंदिर की महिमा भी अपरंपार है. यहां आनेवाले भक्त पूरी आस्था व निष्ठा के साथ बाबा पर जलाभिषेक करते हैं.