जहानाबाद/रतनी : भाकपा माले के जिला कमेटी सदस्य सह जिला पार्षद उपाध्याय यादव पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में माले समर्थकों ने सड़क पर उतर कर गुस्से का इजहार किया. रविवार क ी अहले सुबह से ही बंद समर्थकों का जत्था धीरे-धीरे शहर और कस्बाई सड़क मार्गो पर बंद को सफल बनाने निकल पड़ा था.
शहर में बंद का नेतृत्व पार्टी के नेता महानंद और रामाधार सिंह कर रहे थे. समर्थकों का हुजूम शहर में घूम – घूम कर व्यवसायियों से बंद को सफल बनाने की अपील करते दिखा. वहीं, सड़क से गुजरनेवाले वाहनों को जहां-तहां रोक कर आवागमन को ठप कर दिया गया. माले समर्थकों की एक टोली स्टेशन पर ट्रेनों को रोकने के लिए भी खड़ी रही. इस क्रम में जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन को भी कुछ देर के लिए जहानाबाद स्टेशन पर रोके रखा गया. आरपीएफ और जीआरपी द्वारा पहल के बाद जनशताब्दी खुली. सैकड़ों की संख्या में शहर में पहुंचे समर्थकों की कई टोलियां घूम-घूम कर शहर की दुकानों को बंद कराती रहीं. दोपहर तक दुकानें पूरी तरह बंद रहीं और सड़क पर भी वाहन नहीं चले. इस दौरान माले नेता संतोष केशरी अपनी टोली के साथ एनएच पर वाहनों को रोकते देखे गये.
अरवल और जहानाबाद में काफी दिनों के बाद बंद का व्यापक असर दिखा. समर्थकों में आक्रोश था लिहाजा लोग स्वत: ही बंद के समर्थन में सड़क पर उतर आये थे. वहीं रतनी प्रतिनिधि के अनुसार रविवार को पूरे दिन शकुराबाद बाजार और आसपास का बाजार पूरी तरह बंद रहा. सैकड़ों की संख्या में समर्थकों की टोली अपने नेता पर हुए हमले के आक्रोश में नारेबाजी कर रही थी. कई जगह तो समर्थकों और पुलिस बलों के बीच टकराव की स्थिति बनी रही. जहानाबाद के डीएम एवं एसपी पर भी कार्रवाई करने की मांग से जुड़ी नारेबाजी की गयी. हाथों में लाल झंडा लिये बंद समर्थक काफी आक्र ोशित नजर आ रहे थे. सड़क पर उतरे बंद समर्थकों ने प्राचीन देवी मंदिर के समीप पटना-गया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. इसके कारण एनएच 83 तथा एनएच 110 पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया. अरवल मोड़ पर भी भयंकर जाम का नजारा दिखा.
यात्रियों को हुई परेशानी : माले द्वारा आहूत बंद के कारण वाहनों का परिचालन ठप रहा. टेंपो व रिक्शे का परिचालन भी नहीं हुआ. इसके कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. विशेष कर वैसे यात्रियों को काफी परेशानी हुई, जिनके पास काफी सामान था. वाहनों के अभाव में उन्हें अपने सिर पर सामान उठा कर अपने गंतव्य के लिए रवाना होना पड़ा. ट्रेन से यात्र कर जिला मुख्यालय पहुंचने वाले यात्रियों को पैदल ही अपने निर्धारित स्थान तक जाना पड़ा.
स्टेशनरी दुकान में तोड़फोड़ : बंद समर्थकों ने अस्पताल गेट के समीप स्टेशनरी दुकान में तोड़-फोड़ की. बंद के दौरान दुकान संचालक द्वारा अपनी दुकान खुली रखी गयी थी, जिससे बंद समर्थक आक्रोशित थे. आक्रोशित बंद समर्थकों ने दुकान में तोड़-फोड़ की तथा कई सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया. बंद के दौरान समर्थकों द्वारा कई वाहनों के शीशे भी तोड़े गये.