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बंध्याकरण के बाद हुआ बच्चे का जन्म, कठघरे में फेमिली प्लानिंग सिस्टम!
जहानाबाद : फैमिली प्लानिंग के जरिये जनसंख्या नियंत्रण करने का जोर-शोर से दम भरने वाली जिला स्वास्थ्य समिति कठघरे में खड़ी है. डीएम के जनता दरबार में गुरुवार को बंध्याकरण की पोल-पट्टी खोलती हुई एक महिला ने अपनी नवजात के भरण-पोषण की गुहार लगायी. टेहटा ओपी के नजरूबिगहा गांव की रूबी देवी (32 वर्ष), पति […]
जहानाबाद : फैमिली प्लानिंग के जरिये जनसंख्या नियंत्रण करने का जोर-शोर से दम भरने वाली जिला स्वास्थ्य समिति कठघरे में खड़ी है. डीएम के जनता दरबार में गुरुवार को बंध्याकरण की पोल-पट्टी खोलती हुई एक महिला ने अपनी नवजात के भरण-पोषण की गुहार लगायी. टेहटा ओपी के नजरूबिगहा गांव की रूबी देवी (32 वर्ष), पति अखिलेश दास ने फरियाद की कि रेफरल अस्पताल मखदुमपुर में उसने 27 जून को फैमिली प्लानिंग का ऑपरेशन कराया था.
प्रमाणपत्र में डॉ जयश्री चंदा के द्वारा उसका सफल बंध्याकरण ऑपरेशन करने का उल्लेख किया गया है. ऐसे में जिला स्वास्थ्य समिति की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए उक्त महिला ने डीएम से मिल कर अपने परिवार की माली हालत का हवाला दिया और खुद को नियमानुकूल लाभ देने की गुहार लगायी. क्षति-पूर्ति और गुजारा भत्ते की मांग क रते हुए उक्त महिला ने अपनी गरीबी का जिक्र किया.
प्रभात खबर से हुई बातचीत में उसने संबंधित डॉक्टर पर ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाया. उसका कहना था कि जल्दबाजी में मानक व सुविधाओं के बिना ही उसका बंध्याकरण कर दिया गया था. ऐसे में उसके भरण-पोषण की जवाबदेही जिला प्रशासन की है. बहरहाल डीएम ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए सिविल सजर्न को कार्रवाई का निर्देश दिया है.
क्या कहते हैं सीएस
बंध्याकरण के बाद महिला के गर्भवती होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, कभी-कभी ऐसा देखने को मिलता है. इसे लापरवाही नहीं कह सकते.
डॉ दिलीप कुमार
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