जहानाबाद : सुन कर थोड़ा आश्चर्य हुआ, मगर ये हकीकत है कि जिले में बाप-बेटे का गैंग मिल कर करता था लूटपाट. एसपी अनसूईया रणसिंह के निर्देश पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूट-पाट की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए विशेष मोबाइल दस्ते का गठन किया गया था.
खास कर पुलिस की नजर हुलासगंज-घोसी पथ पर थी, जहां आये दिन लूटपाट की घटनाएं हर दिन हो रही थीं. यहां तक ये लुटेरे प्रसव कराने जा रही महिलाओं को भी नहीं बख्शते थे. इससे आम लोग भी भयभीत थे. लुटेरों का एक ऐसा गैंग जो देर रात अपने रिश्तेदार के घर ठहर कर लूट की योजना बनाया करता था.
घोसी से हुलासगंज जाने वाले पथ पर राहगीर अब देर रात चलने से परहेज करने लगे थे. मगर एसपी की पहल रंग लायी और लुटेरे पकड़े गये. एसपी ने पत्रकारों को बताया कि इस मार्ग पर लूट-पाट करने वाले गैंग का परदाफाश हो गया है. लूट की योजना बनाते दो युवक रंगे हाथ पकड़े गये. घोसी थाने की पुलिस देर रात करीब एक बजे पैट्रोलिंग कर रही थी. लखावर गांव के समीप पुलिस पहुंची तो देखा कि सड़क मार्ग अवरुद्ध है. लुटेरों ने लूट की योजना से सड़क पर इलेक्ट्रिक पोल एवं बांस-बल्ले की सहायता से मार्ग को बाधित कर रखा है.
गाड़ी का लाइट देखते ही तीन अपराध कर्मी भाग गये लेकिन कुल पांच लुटेरों में से दो युवक सड़क के किनारे बने पुल के नीचे पाइप में जा छिपे. इसके बाद पुलिस लुटेरों को पानी में घुस कर धर-दबोचा. इनकी तलाशी ली गयी तो इनके पास से दो लोडेड देसी कट्टे, तीन कारतूस एवं 302 बोर का छह कारतूस बरामद हुए. पूछताछ में लुटेरों ने स्वीकार किया कि हुलासगंज, काको और घोसी में कई कांडों को अंजाम दिया है.
लुटेरों की शिनाख्त होने के बाद पुलिस भी इसे बड़ी कामयाबी मान रही है. पकड़े गये लुटरों में रंजीत कुमार(25 वर्ष) पिता सुरेश पासवान ग्राम-जगपुरा, मखदुमपुर, राजेश पासवान उर्फ भुतवा (30 वर्ष) पिता- बुटु पासवान डेढ़सैया, काको शामिल है. वहीं गैंग का सरगना लखावर गांव निवासी करण उर्फ दीपक और उसका पिता अंबिका पासवान भाग निकले. प्रेसवार्ता में एएसपी अनिल कुमार सिंह, एसडीपीओ जयराम शर्मा, हेड क्वार्टर डीएसपी सेराज खान,टाउन इंस्पेक्टर नागेंद्र सिंह, घोसी इंस्पेक्टर अभय सिंह, एसआइ संजय कुमार समेत कई अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.