शहर के चौक-चौराहों पर देर शाम जले अलाव
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पारा हो रहा है कम, बढ़ रहा सर्दी का िसतम
शहर के चौक-चौराहों पर देर शाम जले अलाव रैनबसेरे पर सब्जी विक्रेताओं का कब्जा देहात में बोरसी तो शहर में रूम हीटर कर रहा कमाल जहानाबाद : कुहासे के साथ तेज हवाओं से लोगों का बुरा हाल है. सर्दी और घने कोहरे की चादर ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. शहर से लेकर […]
रैनबसेरे पर सब्जी विक्रेताओं का कब्जा
देहात में बोरसी तो शहर में रूम हीटर कर रहा कमाल
जहानाबाद : कुहासे के साथ तेज हवाओं से लोगों का बुरा हाल है. सर्दी और घने कोहरे की चादर ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. शहर से लेकर सड़क तक हर कोई इस घने कोहरे और कड़कड़ाती ठंड से परेशान दिख रहा है. पारा कई दिनों से लगातार लुढ़कता जा रहा. शुक्रवार को सर्दी पूरे शबाब पर रही. लोग घरों में दुबकने पर मजबूर हो गये. माघ की मलमली में दलदलाते रहे लोग. ठंड ने ऐसा कहर बरपाया कि गरीब सर्दी से ठिठुरने को मजबूर दिखे.
हालांकि शाम में नगर पर्षद गरीबों के लिए राहत का छोटा ही सही पैगाम लेकर चौक-चौराहों तक गया जहां अलाव जलाये गये. अलाव जलते ही आस-पड़ोस से आग सेकने वालों की खासी भीड़ नुक्कड़ों पर जमा हो गयी. वहीं घरों में दुबके लोग भी जहां शहरी क्षेत्र में रूम हीटर का मजा लेते दिखे वहीं गांव-देहातों में लोग बोरसी का सेवन करने से बाज नहीं आये. पिछले दो-चार दिनों से सर्द हवाएं जोर पकड़ रही है. रूह कंपा देने वाली कनकनी के भय से कई लोग घरों में दुबके रहे वहीं कुछ लोग परहेज के साथ मजबूरीवश बाहर निकले. अहले सुबह से ही सड़कों पर लोगों की कम भीड़ दिखी और वाहन भी कम चले.
रैनबसेरे पर सब्जी विक्रेताओं का कब्जा :गरीबों के लिए रात बीताने का अस्थायी निवास रैनबसेरा पर सब्जी विक्रेताओं का कब्जा है. शहर के ऊंटा मोड़ पर बने एक मात्र रैनबसेरा भी सुरक्षित नहीं रहा. मनमानी तरीके से इस पर भी अवैध कब्जा है. सबसे अधिक परेशानी उन गरीबों को झेलनी पड़ती है जो देर रात पेट और परिवार पालने के लिए मजदूरी करने शहर आकर रिक्शा-ऑटो चलाते हैं. इनके साथ-साथ देर रात शहर में दस्तक देने वाले यात्रियों के लिए भी रैनबसेरा वरदान से कम नहीं. जहां अस्थायी तौर पर ये रात गुजारते थे. अब तो खुले आसमान के नीचे ही ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं. वैसे गरीब जिनका शहर में अपना आशियाना नहीं.
देहात में बोरसी तो शहर में रूम हीटर कर रहा कमाल :सर्दी से बचने के लिए लोग-बाग देहात में बोरसी और शहर में रूम हीटर का सहारा ले रहे हैं. शहरी क्षेत्र में रूम हीटर से शरीर को गर्मी देते रहे वहीं देहात में बूढ़े-बच्चे और जवान सभी बोरसी और अलाव का मजा ले रहे. गांव में आज भी बोरसी ठंड से बचने का कारगर हथियार माना जाती है. शहर में कमरों का रंग-रोगन कम न पड़ जाये, इस ख्याल से लोग हीटरों का ही ज्यादा इस्तेमाल ठंड के इस मौसम में करते हैं.
रोगी कल्याण समिति की ओर से अस्पताल में जले अलाव :सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे मरीज और उनके परिजनों के लिए भी अस्पताल प्रबंधन ने अलाव की विशेष व्यवस्था की है. शुक्रवार को कंपकपाती ठंड के बाद हर कोई हरकत में आया है. रोगी कल्याण समिति की ओर से अस्पताल परिसर में कई जगहों पर अलाव की विशेष व्यवस्था की गयी जहां देर रात तक मरीजों के परिजन आग सेकते रहे. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ ब्रज भूषण प्रसाद ने कहा कि ठंड के इस मौसम में आगे भी अलाव की व्यवस्था परिसर में जारी रहेगी.
कोहरे की आगोश में खोया रहा शहर
आम दिनों की तरह आज शहर में हलचल नहीं दिखा. लोग-बाग जो जहां थे वहीं मूर्त रूप में बैठे रहे. सड़कों पर लोगों की आवाजाही जहां कम दिखी वहीं हर रोज की तरह आज भी मजदूर काम की तलाश में शहर तो जरूर आये मगर उन्हें भी खाली हाथ ही लौटना पड़ा. कोहरे की आगोश में पूरे दिन खोया रहा शहर. लोगों की गतिविधियां मानो थम सी गयी थी. दुकानों में ग्राहक नहीं, बस पड़ाव पर भी यात्रियों का जमघट न के बराबर दिखा. सर्दी के इस मौसम में धंधा भी मंदा पड़ गया है. दोपहर तक घने कोहरे छाये रहे. सड़क पर चलने वाले लोग एक-दूसरे की पहचान नहीं कर पा रहे थे. सड़कों पर चलने वाहन दिन में भी हेडलाइट जलाकर रेंगते दिखे.
दोपहर बाद दो घंटे खिली धूप फिर भी नहीं मिली राहत :पूरे दिन घने कोहरे और तेज हवाओं के बीच दोपहर बाद महज दो घंटे के लिए मामूली धूप खिली लेकिन लोगोंको राहत नहीं मिल सकी. तेज चल रही पछुआ हवाओं के कारण धूप की तपिश लोगों को राहत नहीं पहुंचा पा रही थी. धूप खिलते ही लोगों के चेहरे भले ही खिल गये हों लेकिन जैसे ही लोगों ने धूप सेकने का मन बनाया तो सर्द हवाओं ने उन्हें फिर से घर में दुबकाया. अब अगले दिन फिर से लोगों को धूप का इंतजार है.
िपछले पांच िदनों का तापमान
दिनांक अधिकतम न्यूनतम
05 जनवरी 16.4 7.1
04 जनवरी 14.7 7.1
03 जनवरी 16.5 7.3
02 जनवरी 17.0 8.1
01 जनवरी 16.1 8.7
इन नुक्कड़ों पर जले अलाव
इरकी महादलित टोला,आंबेडकर चौक
रामगढ़,किनारी बाजार,अस्पताल मोड़
अरवल मोड़,ऊंटा प्राचीन देवी मंदिर
काको मोड़,बस स्टैंड द्वार व मलहचक मोड़
ठंड की ठिठुरन से गरीबों को थोड़ी राहत जरूर मिली है. खासकर ठेले, रिक्शा और खोमचे वालों को, जो सर्द के इस मौसम में भी कमाने के लिए सड़कों पर ठिठुरते रहे. देर शाम जहां अंचलाधिकारी और नगर पर्षद के सहयोग से शहर के कई चौक-चौराहों और ग्रामीण क्षेत्रों के नुक्कड़ों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गयी थी. अंचल की ओर से अलाव जलाने के लिए जहां महज पांच हजार रुपये की रकम आवंटित थी वहीं नगर पर्षद की ओर से आठ हजार रुपये के अलाव जलाये गये.
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