जहानाबाद : सरकारी कर्मी का दर्जा प्राप्त करने को लेकर जिले के आशाकर्मी भूख हड़ताल करेंगे. आगामी 18,19 एवं 20 दिसंबर को आयोजित भूख हड़ताल को सफल बनाने के लिए शनिवार को बिहार राज्य आशा संघ के जिला इकाई ने बैठक की. भाकपा कार्यालय में हुई बैठक की अध्यक्षता पूनम कुमारी ने किया. बैठक में कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया. संघ के महासचिव कौशलेंद्र वर्मा ने उपस्थित सभी लोगों से राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत मुख्यमंत्री के समक्ष तीन दिवसीय भूख हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया. उन्होंने सभी प्रखंडों से अधिक से अधिक संख्या में आशाकर्मी को पहुंचने की अपील की.
बैठक को संबोधित करते हुए एटके के चंद्रमणि प्रसाद ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, आशा, ममता जैसे कई कर्मी हैं जो सरकार की योजना को धरातल पर उतारने में सहयोग कर रहे हैं तथा बच्चों को कुपोषण प्राथमिक शिक्षा, स्वास्थ्य का देखभाल दायित्व के साथ कर रहे हैं, लेकिन सरकार ऐसे कर्मियों पर उपेक्षापूर्ण रवैया अपना रही है. कार्यों में लगे ऐसे लोगों को नाममात्र मानदेय देकर कार्य कराया जाता है, जिससे इनके परिवार का भरण-पोषण सही ढंग से नहीं हो पाता है और अपने ही परिवार कुपोषण का शिकार होते जा रहे हैं. आशा, ममता को सरकारी कर्मी का दर्जा देने 18 हजार रुपये मासिक वेतन देने, अशोक चौधरी कमेटी की सिफारिश को यथाशीघ्र लागू करने, पांच लाख का बीमा किये जाने सहित अन्य मांग को लेकर कर्मी भूख हड़ताल करेंगे.