जमुई. श्रावणी मेला को लेकर डीएम राकेश कुमार ने अधिकारियों के साथ बुधवार को आवश्यक बैठक की. उन्होंने श्रावणी मेला को लेकर विभागवार समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये और कहा कि श्रावणी मेले में रास्ते को सुगम बनाना व शिव भक्तों को हर तरह की सुविधा देना जिला प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है. इस मेले में देश-विदेश के भक्तगण बाबाधाम पहुंचते हैं. उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जायेगा. बैठक के दौरान नियंत्रण कक्ष बनाने, जगह-जगह पर पेयजल, शौचालय, स्वास्थ्य सेवा, रोशनी, स्वच्छता, कांवरियों के ठहराव को लेकर आश्रय स्थल बनाने, वाहनों का पड़ाव स्थल बनाने, ट्रैफिक व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया और इससे संबंधित प्रतिवेदन समाहर्ता कार्यालय को यथाशीघ्र समर्पित किये जाने की बात कही. उन्होंने सभी अधिकारियों को श्रावणी मेले की तैयारी में जुट जाने का निर्देश देते दिया. कहा कि मेला के दौरान किसी प्रकार की कमी न रहे इसकाे लेकर समय से पहले तैयारी पूरी कर लें.
असामाजिक तत्वों पर पुलिस की रहेगी पैनी नजर:
मौके पर पुलिस अधीक्षक डॉ शौर्य सुमन ने कहा कि एक माह तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला को लेकर जिला में सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया जा रहा है. बटिया घाटी, लक्ष्मीपुर जंगल में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती रहेगी, गश्ती गाड़ी हमेशा भ्रमणशील रहेगी. असामाजिक तत्वों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी, ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा. उन्होंने श्रावणी मेला को सफल बनाने को लेकर आमजनों से यथोचित सहयोग की अपील की. मौके पर अपर समाहर्ता सुभाषचंद्र मंडल, डीडीसी सुमित कुमार, सिविल सर्जन डॉ कुमार महेंद्र प्रताप, एसडीएम अभय कुमार तिवारी, एसडीपीओ सतीश सुमन समेत सभी बीडीओ, थानाध्यक्ष व अधिकारी उपस्थित थे. जानकारी के अनुसार कि इस वर्ष श्रावणी मेला 22 जुलाई से आरंभ हो रहा है. जमुई जिले के रास्ते हजारों भक्त गंगा स्नान के लिए सुलतानगंज और जलार्पण के लिए बाबा वैद्यनाथ धाम जाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है