गिद्धौर. मिशन निपुण बिहार के तहत पहली कक्षा में नामांकित बच्चों के लिए तीन माह का चहक स्कूल तत्परता कार्यक्रम आगामी 21 अप्रैल से प्रारंभ होगा. यह कार्यक्रम 15 अगस्त तक सभी सरकारी विद्यालयों में चलेगा, यदि किसी जिले में गर्मी की छुट्टी, बाढ़ या अन्य कारणों से गतिविधियां पूरी नहीं हो पाती हैं, तो कार्यक्रम को अगस्त के बाद भी जारी रखा जाएगा. पिछले तीन शैक्षणिक वर्षों में भी यह कार्यक्रम प्रशिक्षित शिक्षकों के माध्यम से चलाया गया था, इस बार भी पहली कक्षा के नामित बच्चों के लिए प्राथमिक व मध्य विद्यालय में कार्यक्रम संचालन की तैयारी शिक्षा विभाग के निर्देश पर की गयी है, एससीईआरटी की देखरेख में शिक्षकों का उन्मुखीकरण किया गया है. विभाग द्वारा निर्देश है कि केवल प्रशिक्षित शिक्षक ही चहक कार्यक्रम चलाएं, यदि किसी शिक्षक को दोबारा प्रशिक्षण की जरूरत हो तो प्रखंड स्तर पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कराया जा सकता है. इसके लिए जिले में उपलब्ध मास्टर ट्रेनर की मदद ली जाएगी. विद्यालय भ्रमण के दौरान पाया गया कि कई स्कूलों में पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को एक साथ बैठाकर पढ़ाया जाता है. चहक कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए जरूरी है कि पहली कक्षा के बच्चों की पढ़ाई अलग से हो, सभी बच्चों को ”””” चहक कार्यक्रम की पुस्तिकाएं उपलब्ध करायी जा रही है. चहक गतिविधियों के लिए विशेष कैलेंडर 2025 तैयार किया गया है. इसे सभी विद्यालयों में लागू किया जाएगा. शिक्षक और प्रधानाध्यापक इसी के अनुसार बच्चों के साथ गतिविधियां कर सकेंगे. वहीं विद्यालयों में नामांकन पखवारा 01 अप्रैल से 15 अप्रैल तक चलेगा. इस दौरान छह वर्ष के हो चुके या अगले छह माह में छह वर्ष पूरे करने वाले बच्चों का नामांकन पहली कक्षा में किया जाएगा. पुस्तिकाएं संबंधित प्रखंड संसाधन केंद्रों को भेजी जा रही हैं. सभी स्कूलों को 21 अप्रैल से कार्यक्रम प्रारंभ करने के विभागीय निर्देश दिये गये हैं.
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