सबसे ज्यादा परेशानी तो यहां वाहन पकड़ने के लिए आने वाले औरतों और बच्चियों को होता है. क्योंकि यहां पर शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है. यात्री अंजनी राय व पवन राय बताते हैं कि इस स्टैंड पर न तो पेयजल और ना ही शेड की व्यवस्था है. इस भीषण गरमी में भी हमलोगों को पानी खरीद कर पीना पड़ता है और धूप में ही खड़े होकर वाहन का इंतजार करना पड़ता है. खैरा निवासी विजय कुमार राम ने बताया कि इस स्टैंड में लोगों के बैठने के लिए एक टूटा-फूटा भवन है,जिसमें कोई व्यवस्था नहीं है. यात्री विवेका सिंह व शैलेंद्र सिंह की मानें तो स्टैंड में प्रकाश की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण शाम होते ही स्टैंड में अंधेरा छा जाता है और जुआरियों तथा शराबियों का अड्डा लग जाता है.
इन लोगों ने बताया कि पास में ही एसपी आवास और प्रखंड कार्यालय है. इसके बावजूद भी हमलोग शाम होते ही अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगते हैं. प्रशासन को इस स्टैंड पर सारी व्यवस्था समुचित तरीके से करनी चाहिए. ताकि आने-जाने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.